पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बयान जारी कर कहा था कि वे भारत के साथ आतंकवाद विरोधी मुद्दों पर चर्चा सहित बातचीत करने की इच्छा रखते हैं. इस पर भारत के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को दो टूक जवाब दिया है.
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार (29 मई, 2025) को कहा, “जहां तक पाकिस्तान के साथ हमारे संबंधों का सवाल है, हमारा रुख पूरी तरह से स्पष्ट है.” उन्होंने कहा, “कोई भी संबंध द्विपक्षीय होना चाहिए. हम इस बात को भी दोहराना चाहेंगे कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते हैं.”
कुख्यात आतंकवादियों को भारत को सौंपे पाकिस्तान- विदेश मंत्रालय
जायसवाल ने कहा, “पाकिस्तान को उन सभी कुख्यात आतंकवादियों को भारत को सौंपना होगा, जिनके रिकॉर्ड और सूची हमने कुछ साल पहले उन्हें सौंपी थी. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर पर बातचीत तभी होगी जब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) पूरी तरह से खाली हो जाएगा और जब पाकिस्तान हमें यह इलाका सौंप देगा.”
सिंधु जल संधि पर क्या बोले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता?
उन्होंने आगे कहा, “और जहां तक पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि का सवाल है, यह तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को अपना समर्थन विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से त्याग नहीं देता. जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते, आतंक और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते, और पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते हैं.”
व्यापार और टैरिफ को लेकर नहीं हुई बातचीत- जायसवाल
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “पाकिस्तान के साथ हुई किसी भी चर्चा में व्यापार या टैरिफ का मुद्दा नहीं उठा.” विदेश मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि ‘दोनों ओर से गोलीबारी बंद करने का फैसला भारत और पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स (DGMO) के बीच सीधे संपर्क के माध्यम से लिया गया था.’