तमिलनाडु के करूर जिले में अभिनेता और नेता विजय की चुनावी रैली के दौरान भीषण भगदड़ की घटना हुई, जिसमें कई लोगों की मौत और कई अन्य घायल हो गए। इस घटना ने पूरे राज्य को स्तब्ध कर दिया है और राजनीतिक, सामाजिक और प्रशासनिक स्तर पर चिंता का विषय बन गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने अधिकारियों से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेज करने और घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। पीएम मोदी ने सभी नागरिकों से शांति बनाए रखने और प्रशासन के सहयोग की अपील भी की।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रैली के दौरान भारी भीड़ अचानक असंतुलित हो गई और भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे, जिससे कई लोग गिर गए और दब गए। मौके पर मौजूद पुलिस और सुरक्षा बलों ने स्थिति को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश की, लेकिन भीड़ की विशालता और अप्रत्याशित हंगामे के कारण भारी नुकसान हुआ।
राजनीतिक नेताओं और विभिन्न पार्टियों ने भी इस घटना पर दुख जताया और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की। कई नेताओं ने कहा कि इस तरह की घटनाएं रैली और जनसभाओं के प्रबंधन में सतर्कता और सावधानी की कमी को उजागर करती हैं।
स्थानीय प्रशासन ने रैली स्थल का दौरा किया और प्रभावित परिवारों को सहायता देने के लिए राहत शिविर स्थापित किए। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने घायल लोगों के लिए अस्पतालों में विशेष प्रबंध किए।
इस घटना के बाद तमिलनाडु में चुनावी आयोजनों की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को लेकर गंभीर बहस शुरू हो गई है। राज्य सरकार ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल और आपातकालीन योजनाओं की समीक्षा शुरू कर दी है।
रैली में शामिल लोगों और स्थानीय जनता ने भी प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में इस तरह की त्रासदी से बचने के लिए पर्याप्त सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के उपाय किए जाएं।
यह घटना न केवल तमिलनाडु बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी है कि राजनीतिक और सामाजिक आयोजनों में भीड़ प्रबंधन पर विशेष ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है।