मऊगंज: शासन की हर घर जल योजना का उद्देश्य गांव-गांव तक पीने का साफ पानी पहुंचाना था, लेकिन मऊगंज तहसील के जमुई गांव में यह योजना अब लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। यहां नल-जल योजना के तहत सड़कों को खोदकर पाइपलाइन तो बिछा दी गई, लेकिन मरम्मत का कार्य अधूरा छोड़ दिया गया। गांव की गलियों और मुख्य सड़कों की खुदाई के बाद बारिश ने हालात और बिगाड़ दिए हैं।
गड्ढों और कीचड़ ने रास्तों को दलदल में तब्दील कर दिया है। इससे स्कूल जाने वाले बच्चे और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गांव में जलभराव और कीचड़ के कारण संक्रमण फैलने का खतरा मंडरा रहा है। कई घरों के सामने पानी भरा हुआ है, जिससे दुर्गंध और मच्छरों की समस्या भी बढ़ गई है।
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
ग्रामीणों का कहना है कि जल जीवन मिशन का सपना अब उनके लिए आफत बन गया है। ग्राम सरपंच शिवराज सिंह का कहना है कि उन्होंने कई बार ठेकेदार और इंजीनियर से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन न तो फोन उठाया गया और न ही मौके पर आकर निरीक्षण किया गया। उन्होंने इस बात को लेकर प्रशासन से भी शिकायत की है, लेकिन कोई हल नहीं निकला।
गांव के निवासी संत कुमार तिवारी ने बताया कि यह योजना सुविधा देने की बजाय परेशानी बन गई है। हर घर जल तो आया नहीं, उल्टा गांव की गलियों से गुजरना तक मुश्किल हो गया है, उन्होंने नाराजगी जताई।