जिले के उनाई रेंज के कर्मचारियों ने सागौन की लकड़ी के साथ एक टाटा टेम्पो नम्बर GJ-05-BT-8368 को चूनावाड़ी के जंगल में पकड़ा. जिले में डांग जिले से सटे चूनावाड़ी गांव के जंगल के पास रात के अंधेरे का फायदा उठाकर डांग और वलसाड से पुष्पा फ़िल्म के स्टाइल से सागौन की लकड़ी काटकर अंबिका नदी में प्रवाहित की जाती थी और उसका गैरकानूनी तरीके से तस्करी की जाती थी.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
उनाई रेंज के रेंज वन अधिकारी को इसकी बातकी जानकारी मिलने पर वो वन कर्मचारियों के साथ तापी जिले के चुनावाड़ी गांव के घने जंगलों में अम्बिका नदी के पास रात को निगरानी कर रहे थे. उसी दौरान उनको नदी के किनारे एक टेंपो में कुछ लोग नदी में से सागौन के पेड़ की लकड़ियां लादते हुए पाए गए. RFO ने वन कर्मचारियो के साथ वहां पर रेड की और दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया. मगर कुछ अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए, जबकि दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया. जिनमें से चुनावाड़ी गांव का नीरव रंजीतभाई चौधरी और वासदा के धरमपुरी गावका दिलीप जेठाभाई गामीत को गिरफ्तार कर लिया गया. इस गुनाह मे 85 हजार के सागौन की लकड़ी और 4.5 लाख का टेम्पो वन विभाग ने अपने कब्जे में कर लिया. इस गुनाह में शामिल बाकी दोषियों की जांच अभी चल रही है.