जिला वन विभाग ने शिकारियों के एक गिरोह को गिरफ्तार किया है, जो तापी जिले के खेरवाड़ा रेंज से एक तेंदुए को मारकर उसके अंगों को चुरा रहे थे. इस गिरोह के सदस्यों के पास से कुछ सामान भी बरामद किया गया है.
सूरत के मुख्य वन संरक्षक के मार्गदर्शन में तापी वन विभाग के अधिकारियों ने एक गुप्त सूचना पर खेरवाड़ा गांव से कुल 6 शिकारियों को उनके कीमती सामान के साथ गिरफ्तार किया है. 3 अप्रेल 2024 को खेरवाड़ा रेंज से वन्य जीव तेंदुआ जो शेड्यूल वन वन्य जीव में आरक्षित है उनका शिकार कर धारदार हथियार से शव के चार पैर, दांत व जबड़े काट दिये गये थे. घटना के संबंध में खेरवाड़ा रेंज में मामला दर्ज किया गया और भारतीय वन अधिनियम- 1927 की विभिन्न धाराओं के तहत शिकार का अपराध दर्ज किया गया और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम-1972 की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया.
रेंज वन अधिकारी और कर्मचारी द्वारा छानबीन शुरू की गई. जिसमे वन विभाग द्वारा छे आरोपी पकड़े गए. आरोपी एक विशेष कार्यप्रणाली के तहत जंगल में अवैध शिकार कर रहे थे. वन विभाग ने सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश कर रिमांड की कार्यवाही कर आगे की कार्रवाई की है, ताकि शिकारी किसके लिए हिंसक वन्य जीवों का शिकार कर रहे थे. इसकी विस्तृत जानकारी हासिल की जा सके. वन विभाग की सघन एवं सूक्ष्म कार्रवाई के बाद अपराध में शामिल 6 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अन्य आरोपियों की तलाश कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है. जांच के बाद ये वन्य जीव कब से शिकार कर रहे थे, अभी तक कितने और जानवरों का शिकार किया गया है, सदर शिकार के आरोपियों के कब्जे से तेंदुए के अन्य गायब हिस्सों को बरामद करने और अपराध में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए वन विभाग द्वारा आगे की जांच की जा रही है.