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तेंदुए का आतंक हुआ खत्म, तापी में वन विभाग ने तेंदुए को पिंजरे में किया कैद, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

तापी जिले के वालोड तालुक के दुधाकिया गांव में पिछले कुछ दिनों से एक तेंदुआ गांव की सीमा के आसपास घूम रहा है. समय-समय पर स्थानीय लोगों और किसानों को तेंदुए के पग मार्क मिलते रहते हैं. इस क्षेत्र से तेंदुओं को पिंजरे में बंद किया जाता है. वन विभाग को सूचना मिलने के बाद टीम तुरंत मौके पर पहुंची.

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तेंदुए के डर से धड़किया गांव के किसानों ने रात में खेतों पर जाना बंद कर दिया है. यात्री भी तेंदुए का रास्ता पार करने से डर रहे थे. तेंदुए के खौफ से पूरे संभाग में रात को कर्फ्यू जैसा माहौल रहा. स्थानीय लोगों ने वन विभाग से समस्या का समाधान करने को कहा. वन विभाग ने क्षेत्र में पैंथर को जाल से पकड़कर व्यवस्था शुरू कर दी है. वन विभाग ने पैंथर विचरण वाले स्थान पर पिंजरा लगा दिया है. इस पिंजरे में 5 से 6 साल के तेंदुए को जहर का लालच देकर मार डाला गया.

स्थानीय लोगों को पिंजरे में तेंदुआ होने की जानकारी मिली तो मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई. सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पिंजरे में कैद तेंदुए को कब्जे में ले लिया. फिलहाल वन विभाग की टीम द्वारा तेंदुए को संरक्षित वन क्षेत्र में छोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.

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