चुनाव के दौरान सरकार या पार्टी या उम्मीदवार से नाराज होकर जनता को चुनाव बहिष्कार का बोर्ड लगाते और बोर्ड या बैनर के जरिए विरोध करते हुए देखा गया है. सभी बोर्ड में भी कुछ ऐसा ही लिखा हुआ होता है. कोई भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार उस क्षेत्र में प्रवेश न करें. लेकिन, बारडोली लोकसभा सीट में शामिल तापी जिले के व्यारा शहर के शंकर फडिया विस्तार के रहवासियों ने एकजुट होकर अनोखे अंदाज में सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने की कोशिश की.
आपने चुनाव बहिष्कार के बैनर तो देखे होंगे लेकिन राजनीतिक पार्टी के उम्मीदवारों को अपने ही इलाके में सार्वजनिक निमंत्रण के बोर्ड नहीं देखे होंगे. ऐसा ही बोर्ड तापी के व्यारा नगर के शंकर फ़लिया में प्रचार के लिए आमंत्रित करने वाले लगाया गया है. इस इलाके में पिछले मानसून के दौरान इस इलाके में मेगा डिमोलिशन किया गया था और लगभग 70 घर हटा दिए गए थे. लेकिन कोई भी राजनेता या तथाकथित नेता आज यहां के निवासियों का हाल जानने नहीं आया. चुनाव के कुछ ही दिन बचे होने के बावजूद अभी तक कोई भी जनप्रतिनिधि यहां की जनता का हाल जानने या प्रचार हेतु नहीं आया है. जिसके बाद इस विस्तार के लोगों ने एकजुट होकर बैनर लगाकर नेताओं और उम्मीदवारों को निमंत्रण देने वाला बेनर अपने इलाकों में लगाया है. इस विस्तार के लोगों का कहना है कि वो मतदान जरूर करेंगे. लेकिन उनके विस्तार में नेता हो या उम्मीदवार, वो यहां आएं और उनका दुख दर्द सुने और कुछ रास्ता उनके हित में निकले. गौरतलब है कि पिछले 10 महीने से यहां के पीड़ित 70 से ज्यादा लोग अपना बसेरा गंवा चुके हैं. यहां के लोग अभी जैसे तैसे अपना गुजारा कर रहे हैं. इन पीढ़ियों के बीच सरकार और उनके प्रतिनिधि आए ऐसी गुजारिश यहां के लोग आज कर रहे हैं.