तापी जिले में आज फिर एक शिकारी गिरोह पकड़ा गया है. वन विभाग ने जंगली जानवरों का शिकार करने वाले इस गिरोह के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से जंगली जानवरों के विभिन्न अंग बरामद किये हैं.
वन विभाग ने गुप्त सूचना के आधार पर जंगल में रहने वाले हिंसक जानवरों का शिकार करने के बहाने शिकारियों के एक गिरोह को पकड़ा है, उनके पास से शिकार में इस्तेमाल होने वाले औजार और जंगली जानवर तेंदुओं के विभिन्न अंग बरामद किए गए हैं. गिरफ्तार किए गए लोगों में श्रवण वसावा, किशन गमीत, अजीत बिलकुले, निशिकांत सेंडे, नंदारिया काथुंड और देवीदास काथुंड शामिल हैं. ये सभी आरोपी डांग और तापी जिले के अलग-अलग गांवों के मूल निवासी हैं, जिन्हें इस रैकेट में कोई और शामिल है या नहीं, इसकी जांच के लिए हिरासत में लिया गया है और नामदार अदालत में पेश किया गया है.
तांत्रिक अनुष्ठानों में, तेंदुए जैसे शिकारी जानवर उदा. वन विभाग की प्रारंभिक जांच में पता चला कि वे नाखून, पंजों का इस्तेमाल कर रहे थे. फिलहाल वन विभाग द्वारा तेंदुए जैसे जानवरों का शिकार किसी अन्य कारण से तो नहीं किया जा रहा है और इस दिशा में भी जांच की जा रही है.
वन विभाग के अनुसार कुछ पंथ गलत भ्रांतियों के कारण इस तरह की हरकत कर रहे हैं, जिसका सीधा शिकार जंगल के मासूम जीव हो रहे हैं. ऐसी भ्रांतियों से दूर रहने की अपील तापी जिला वन विभाग अधिकारी की ओर से की गई है. साथ ही ऐसी कोई भी गलत गतिविधि नजर आने पर वन विभाग कार्यालय को सूचित करने को कहा गया है. फिलहाल वन विभाग ने सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और अलग-अलग दिशाओं में जांच कर रही है कि इसमें किसी और की संलिप्तता है या नहीं.