टाटा ग्रुप की एयर इंडिया एयरलाइन एक बार फिर चर्चा में है. दरअसल, एयरलाइन कंपनी को FSSAI ने एक फ्लाइट में खाने के सामान में ब्लेड जैसी चीज पाए जाने के मामले में सुधार नोटिस जारी किया. एयरलाइन के खाने के सामान की सप्लाई ताजसैट्स करती है. FSSAI ने एयरलाइन कंपनी को गलती सुधारने के लिए 15 दिन की मोहलत भी दी है.
क्या है पूरा मामला?
बेंगलुरु से सैन फ्रांसिस्को जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में एक यात्री को परोसे गए खाने में ब्लेड जैसी वास्तु मिली थी. इससे पहले भी कई बार फ्लाइट में पैसेंजर्स द्वारा खाने की घटिया क्वालिटी को लेकर शिकायत की है. हाल ही में खाने सामान में ब्लेड जैसी वस्तु मिलने के बाद यह नोटिस जारी किया गया.यह घटना नौ जून की है. FSSAI ने ताजसैट्स बेंगलुरु में एक निरीक्षण किया. एयरलाइन को वहीं से खाने के सामान की आपूर्ति की गई थी.
15 दिन की मिली मोहलत
खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के तहत यदि खाद्य कारोबार से जुड़ा परिचालक किसी भी नियम का पालन करने में विफल रहा है और उसे उचित अवधि के भीतर जरूरी कदम उठाने आवश्यकता है, उसे सुधार नोटिस जारी किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि कंपनी को 15 दिन के भीतर नोटिस का अनुपालन करने के लिए कहा गया है.
एयर इंडिया और उसके खान-पान की आपूर्ति से जुड़े भागीदार ताजसैट्स का स्वामित्व टाटा समूह के पास है. एयरलाइन ने इस घटना के लिए सोमवार को माफी मांगी। उसने कहा कि यह घटना उसके कैटरिंग भागीदार ताजसैट्स में उपयोग की जाने वाली सब्जी प्रसंस्करण मशीन से हुई. खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण ने पाया कि ब्लेड एक स्वचालित सब्जी कटर का था जो अलग होकर सब्जी के टुकड़े के अंदर फंस गया था.
ये कदम उठाने का निर्देश
इसी तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ताजसैट्स को निरीक्षण और रखरखाव प्रक्रियाओं को मजबूत करने के साथ-साथ एक्स-रे मशीन लगाने तथा हाथ से सब्जी काटने सहित अन्य सुधारात्मक कदम उठाने का निर्देश दिया गया है. एफएसएसएआई ने हाल ही में इंडिगो को एक सुधार नोटिस जारी किया था. उन्होंने कहा कि एफएसएसएआई ने एयरलाइन और खाने के सामान आपूर्ति करने वालों के साथ कई बैठकें कीं और उन्हें खाद्य सुरक्षा मानदंडों का पालन करने के लिए कहा है.