दिल्ली। हार्ट अटैक और स्ट्रोक के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। हाल ही में हुई एक रिसर्च में यह सामने आया है कि ज्यादातर लोग अपनी लाइफस्टाइल और स्वास्थ्य संबंधी कुछ आम गलतियों के कारण इस गंभीर समस्या का शिकार होते हैं। रिसर्च में बताया गया कि जिन लोगों को हार्ट अटैक या स्ट्रोक की समस्या होती है, उन्होंने अपने जीवन में कम से कम एक कार्डियोवेस्कुलर रिस्क फैक्टर को नजरअंदाज किया होता है।
अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी द्वारा प्रकाशित इस अध्ययन में 99 प्रतिशत प्रतिभागियों में हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल, अनियमित शुगर लेवल और तंबाकू सेवन के कारण हार्ट अटैक के लक्षण पाए गए। शोध में सबसे आम समस्या हाई ब्लड प्रेशर पाई गई। रिसर्च के दौरान साउथ कोरिया के 6 लाख और अमेरिका के 1000 युवाओं का 20 साल से अधिक समय तक अध्ययन किया गया। इसमें प्रतिभागियों को ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, ग्लूकोज और स्मोकिंग की आदतों से संबंधित समस्याएं थीं।
अध्ययन के सीनियर लेखक फिलिप ग्रीनलैंड ने बताया कि हाई ब्लड प्रेशर अक्सर asymptomatic होता है, इसलिए इसका पता लगाना मुश्किल होता है। लेकिन इसे समय रहते नियंत्रित किया जा सकता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार 120/80 ब्लड प्रेशर का इलाज जरूरी है, जबकि कोलेस्ट्रॉल का स्तर 200 mg/dL या इससे अधिक खतरनाक माना जाता है। उन्होंने कहा कि हार्ट डिजीज के अन्य कारण जैसे जेनेटिक फैक्टर या खास ब्लड मार्कर को नियंत्रित करना संभव नहीं होता, इसलिए नियमित जांच और स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी है।
रिसर्च से यह भी पता चला कि 95 प्रतिशत साउथ कोरियाई प्रतिभागियों और अमेरिका के 93 प्रतिशत प्रतिभागियों को हाई बीपी की समस्या थी। विशेषज्ञों का कहना है कि ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और ग्लूकोज स्तर को नियमित मॉनिटर करना और समय-समय पर चिकित्सक से सलाह लेना हार्ट अटैक और स्ट्रोक से बचाव में मदद करता है।
इस रिसर्च के आधार पर कहा जा सकता है कि अपनी दिनचर्या और खानपान पर ध्यान देना, नियमित व्यायाम करना और स्वास्थ्य जांच कराना दिल और मस्तिष्क से संबंधित गंभीर बीमारियों से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।