सिवनी के स्कूल में शिक्षक की अमानवीय सजा, वीडियो वायरल होने पर निलंबित

मध्यप्रदेश के सिवनी जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां कुरई विकासखंड के शासकीय प्राथमिक स्कूल अर्जुनी में शिक्षक ने दूसरी कक्षा के मासूम छात्र को अमानवीय सजा दी। घटना 26 अगस्त की है, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

वीडियो में प्रधान शिक्षक महेश चौधरी एक छात्र की पीठ पर छड़ी का दबाव डालते दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने छड़ी का एक सिरा जमीन पर टिकाया और दूसरा सिरा छात्र की रीढ़ की हड्डी पर रखकर उसे पीठ के बल खड़ा कर दिया। इस क्रूर हरकत से बच्चे की पीठ पर गहरे निशान पड़ गए। प्रत्यक्षदर्शी बच्चों ने बताया कि शिक्षक कई दिनों से इसी तरह की सजा दे रहे थे। परिजनों का कहना है कि इस प्रकार की यातना से बच्चे की रीढ़ की हड्डी को स्थायी नुकसान हो सकता था।

वीडियो सामने आने के बाद मामला तूल पकड़ गया। 28 अगस्त को जिला प्रशासन और जनजातीय कार्य विभाग ने तत्काल संज्ञान लिया। तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई और जिला पंचायत उपाध्यक्ष राकेश सनोड़िया भी बच्चे को लेकर स्कूल पहुंचे। उन्होंने शिक्षक पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।

जांच रिपोर्ट के आधार पर जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त अमर सिंह उइके ने शिक्षक महेश चौधरी को निलंबित कर दिया। निलंबन अवधि में उन्हें घंसौर के विकासखंड अधिकारी कार्यालय में संलग्न किया गया है।

इस घटना से पालक वर्ग में गुस्सा है और लोग इसे बच्चों के अधिकारों का खुला उल्लंघन बता रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जिस स्थान पर बच्चों को शिक्षा और संस्कार मिलना चाहिए, वहां भय और शारीरिक प्रताड़ना दी जा रही है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि आगे ऐसे मामलों में सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।

यह घटना सवाल खड़े करती है कि क्या सरकारी स्कूलों में अभी भी अनुशासन के नाम पर बच्चों को हिंसा झेलनी पड़ेगी, जबकि शिक्षा व्यवस्था का उद्देश्य उन्हें सुरक्षित और प्रोत्साहित माहौल देना है।

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