शिक्षक दिवस विशेष: कुरुद के इस खेल शिक्षक के जुनून से गांव बना “स्पोर्ट्स विलेज”, यहां 642 में से 400 घरों में हैं बैडमिंटन-वॉलीबॉल के खिलाड़ी

कुरुद: शिक्षक यानी गुरू, केवल औपचारिक शिक्षा नहीं देता बल्कि बालक और युवा का चहुंमुखी विकास कर व्यक्तित्व को दिशा देता है. अपने जुनून और नवाचार से जो शिक्षक समाज में अलख जगाते हैं वे सम्मान तो पाते ही हैं, उनकी सीख अच्छा राष्ट्र और नागरिक बनाने में कारगार साबित होता है. शिक्षक दिवस पर आज हम ऐसे ही शिक्षक से रूबरू कराते है, जिन्होंने अपने जुनून से 642 घरों में से 400 से ज्यादा खिलाड़ी तैयार कर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है.

हम बात कर रहे है धमतरी (छत्तीसगढ़) के कुरुद विकासखंड के सरकारी हाईस्कूल परखन्दा में पदस्थ खेल शिक्षक गोपाल साहू की, जिन्होंने विद्यार्थियों में खेल के प्रति ऐसी अलख जगाई कि गांव को लोग अब स्पोर्ट्स विलेज के नाम से जानते हैं. गोपाल साहू ने बच्चों को सुबह-शाम अभ्यास के साथ खेल की बारीकियां सिखाई. अब 642 मकान वाले गांव में 400 से ज्यादा खिलाड़ी है. 26 खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय खेलों में पदक जीते हैं. कई विद्यार्थियों ने खेल से जुड़कर अपना कॅरियर बना दिया. खेलों से आगे बढ़े युवा सेना, पुलिस, शारीरिक शिक्षक जैसे पदों में नौकरी पा चुके हैं.
गांव के गौठान से शुरू हुई खेल प्रैक्टिस, नेशलन तक पहुंची
 
2011 में गांव के शासकीय प्राथमिक माध्यमिक शाला परखंदा में खेल शिक्षक गोपाल कुमार साहू की पदस्थापना हुई. इसके बाद से यह गांव “स्पोट्र्स विलेज” के नाम से जाना जा रहा. खेलकूद की प्रैक्टिस गांव के गौठान से शुरू करने वाले इस शिक्षक की सच्ची मेहनत और लगन से आज यह गांव खेल के क्षेत्र में प्रसिद्धि हासिल कर रहा है. हर साल यहां से 20 से 26 खिलाड़ी स्टेट व नेशनल लेबल पर पदक ला रहे है.
खुद के खर्च और अभ्यास से जोड़े खिलाड़ी
शिक्षक गोपाल साहू ने बताया कि शुरू में खेल को लेकर ज्यादा बच्चे नहीं जुड़े थे. इन्हें प्रेरित करने पहले खेल का महत्व और इसके लाभ को बताया. खुद के पैसों से कैप्टन को जर्सी देकर प्रोत्साहित किया. अन्य अच्छे खिलाड़ियों को भी टी-शर्ट उपलब्ध कराया. धौरे धीरे अन्य बच्चे भी प्रोत्साहित होते गए. गांव के स्कूल मैदान में सुबह शाम प्रैक्टिस होती है. खिलाड़ियों को देश के विभिन्न राज्यों और मैडल में खेलते जीतते देख आसपास गांव के बच्चे भी जुड़ते गए. बीते 15 साल में अब तक 140 बो नेशनल और 714 बच्चे राज्यस्तरीय सखेल स्पर्धाओं में शामिल हो चुके हैं.
स्टेट में 100 और नेशनल में 26 मैडल ले चुके
पीटीआई गोपाल की जुनून के चलते नेशनल में यहां के खिलाड़ियों ने कुल 26 मैडल जीते हैं। इसमें 9 गोल्ड 11 कांस्य और 6 सिल्वर मैडल शामिल हैं. सर्वाधिक 18 मैडल नेटबाल में मिले हैं. स्टेट लेवल स्पोर्ट में खिलाड़ियों ने 100 से अधिक मैडल प्राप्त किया है. अब तक इस स्कूल के 309 खिलाड़ियों को माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा बोनस अंक दिया जा चुका है.
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