बिजनौर के एक उच्च प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को तिलक लगाकर आने से मना करने का मामला सामने आया है. मामले के तूल पकड़ने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बच्चों को मना करने वाली शिक्षिका को निलंबित कर दिया है. जबकि टीचर के वेतनवृद्धि को रोक दिया है. पूरा मामला ग्राम भनेड़ा स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय का बताया जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक इस संबंध में कुछ दिन पहले प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले कुछ छात्रों ने पैरेंट्स से शिकायत की थी. छात्रों ने कहा था कि कुछ दिन पहले उनके स्कूल की एक महिला टीचर और एक शिक्षक ने तिलक लगाकर आने से मना किया था. साथ ही जो छात्र तिलक लगाकर आते हैं, स्कूल में उनका तिलक मिटवा दिया जाता है.
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जांच के बाद किया निलंबित
इस बात का पता लगने के बाद अभिभावकों ने कुछ हिंदू संगठनों के लोगों को लेकर स्कूल के खिलाफ 3 दिन पहले हंगामा किया था. हंगामा होने की सूचना बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी मिली थी. इसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र सिंह ने पूरे प्रकरण की जांच खंड शिक्षा अधिकारी सूर्यकांत गिरि को सौंप दी थी. सूर्यकांत ग्रीन स्कूल में जाकर इस पूरे मामले की जांच की. जांच के दौरान कक्षा 6 के छात्रों ने अधिकारियों को बताया कि शिक्षिका तनवीर आयशा और सहायक अध्यापक मुख्तार अहमद स्कूल में तिलक लगाकर आने से मना करते हैं.
वहीं, कोई तिलक लगाकर आ जाता है तो उसको मिटवा दिया जाता है. खंड शिक्षा अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि जिस समय वह कक्षा 6 के बच्चों से बात करते हुए उनके बयान ले रहे थे, उस दौरान शिक्षिका तनवीर आयशा कक्षा 7 और 8 के बच्चों को उनके सामने बयान देने से मना कर रही थी. जिसके बाद कक्षा 7 और 8 के बच्चों ने ऐसे किसी घटना से भी इनकार कर दिया. जबकि स्टाफ ने भी ऐसी बातों से इनकार कर दिया.
कक्षा 6 के बच्चों के बयानों के आधार पर पाया गया की शिक्षिका और शिक्षक दोनों स्कूल में बेसिक शिक्षा नियमों का उल्लंघन कर रहे थे. खंड शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट मिलने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार ने जहां शिक्षिका तनवीर आयशा को निलंबित कर दिया है तो वहीं स्कूल में कुर्ता पजामा पहनकर आने वाले अन्य बच्चों को रोकने के आरोप में शिक्षक मुख्तार की वेतन वृद्धि रोक दी गई है.