चैंपियंस ट्रॉफी 2025 भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक यादगार टूर्नामेंट रहा. टीम इंडिया ने इस बार बिना कोई मुकाबला हारे खिताब अपने नाम किया. ट्रॉफी जीतने के बाद लगभग सभी खिलाड़ी भारत लौट आए हैं. अब टीम इंडिया के ये खिलाड़ी आईपीएल में खेलते हुए नजर आएंगे. इसी बीच एक भारतीय खिलाड़ी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. दरअसल, ये खिलाड़ी 2021 टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का हिस्सा था. इस खिलाड़ी के लिए ये टूर्नामेंट काफी खराब रहा था, जिसके बाद उसे फोन पर भारत वापस ना आने की धमकियां मिली थीं. इनता ही नहीं, लोगों ने इस खिलाड़ी का पीछा भी किया था.
भारतीय खिलाड़ी के साथ घटी चौंकाने वाली घटना
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
दरअसल, 2021 टी20 वर्ल्ड कप में मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती टीम इंडिया की हार के विलेन बने थे. भारतीय टीम ग्रुप स्टेज से ही टूर्नामेंट से बाहर हो गई. इस दौरान वरुण चक्रवर्ती 3 मैचों में एक भी विकेट हासिल नहीं कर सके थे और काफी महंगे भी साबित हुए थे. इसके बाद वरुण को भारतीय टीम से भी बाहर कर दिया गया था. वह लगभग 3 साल तक टीम इंडिया में अपनी जगह नहीं बना सके. इसके बाद उन्होंने आईपीएल के दमदार प्रदर्शन से वापसी की और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में 3 मुकाबलों में ही 9 विकेट चटका दिए. वह टूर्नामेंट में भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे.
वरुण चक्रवर्ती ने 2021 टी20 वर्ल्ड कप के बारे में बात करते हुए लोकप्रिय एंकर गोबीनाथ के यूट्यूब शो में कहा, ‘ये मेरे लिए बेहद बुरा समय था. मैं डिप्रेशन में था. मुझे लगा कि मैं वर्ल्ड कप के लिए चुने जाने के बाद न्याय नहीं कर पाया. मुझे एक भी विकेट न ले पाने का अफसोस था. उसके बाद तीन साल तक मुझे टीम इंडिया में चुना नहीं गया. इसलिए मुझे लगता है कि डेब्यू से ज्यादा मेरे लिए कमबैक का रास्ता मुश्किल था. 2021 वर्ल्ड कप के बाद मुझे धमकी भरे कॉल आए. कॉल पर बोला गया कि भारत मत आना. अगर कोशिश करोगे तो कर नहीं पाओगे. लोग मेरे घर तक आते थे. मेरा पीछा करते थे. मुझे छिपना पड़ता था. जब मैं एयरपोर्ट से लौट रहा था, तो कुछ लोग बाइक पर मेरा पीछा कर रहे थे. लेकिन जब मैं उन चीजों और अब मुझे मिल रही प्रशंसा को देखता हूं तो मुझे खुशी होती है.’
टीम इंडिया में वापसी के लिए की कड़ी मेहनत
वरुण चक्रवर्ती ने अपनी वापसी पर बात करते हुए कहा, ‘2021 के बाद मैंने खुद में काफी बदलाव किया. मुझे अपने डेली रूटीन बदलना पड़ा. इससे पहले मैं एक सेशन में 50 गेंदें प्रैक्टिस करता था. मैंने इसे दोगुना कर दिया, ये जाने बिना कि मुझे सेलेक्टर्स बुलाएंगे या नहीं. ये मुश्किल था. तीसरे साल के बाद मुझे लगा सब चला गया हैय हमने आईपीएल जीता और फिर मुझे बुलाया, मैं उसके बाद काफी खुश था.’