आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)सेक्टर में हर दिन कुछ न कुछ नया हो रहा है. एआई की दो बड़ी कंपनियां- OpenAI और Google एक-दूसरे को पछाड़ने में लगी हुई हैं. हाल ही में ओपनएआई ने गूगल सर्च इंजन की टक्कर में ChatGPT Search को पेश किया, और अब OpenAI o3 और OpenAI o3 Mini से पर्दा उठाया है. 12 दिन के ‘शिपमास’ इवेंट के आखिरी दिन o3 और o3 मिनी रीजनिंग मॉडल्स को पेश किया गया.
नया o3 वर्जन मौजूदा o1 का बेहतर वर्जन है. o3 मॉडल, o1 की तरह ही एक फैमिली मॉडल है. चैटजीपीटी की पैरेंट कंपनी ने o3 का एक कॉम्पैक्ट वर्जन o3 Mini भी दिखाया है, जो खास टास्क के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा. नए एआई टूल लॉन्च करके ओपनएआई ने गूगल को तगड़ा चुनौती दी है.
रिस्क कम करने पर फोकस
ओपनएआई ने संकेत दिए हैं कि o3 कुछ मामलों में आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (AGI) को एक कदम आगे ले जाएगा. कंपनी के सीईओ सैम ऑल्टमैन पहले ही o3 जैसे नए रीजनिंग मॉडल से जुड़े रिस्क की निगरानी और जोखिमों में कमी लाने के लिए एक फेडरल टेस्टिंग फ्रेमवर्क को तरजीह देना चाहते हैं.
रिसर्चर्स टेस्ट करेंगे o3 मॉडल
फिलहाल नए रीजनिंग मॉडल्स की टेस्टिंग चल रही है. ओपनएआई ने रिसर्चर्स से इन मॉडल को टेस्ट करने के लिए एप्लिकेशन मांगी हैं. आम लोगों के बीच इसे पूरी तरह लॉन्च करने से पहले कंपनी इन मॉडल्स को परखना चाहती है, ताकि गलती की गुंजाइश न रहे. 10 जनवरी 2025 तक रिसर्चर्स इनकी टेस्टिंग के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
o3 मॉडल की परफॉर्मेंस
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि o3 मॉडल ने पिछले मॉडल के परफॉर्मेंस रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है. इस मॉडल ने 22.8 फीसदी के साथ कोडिंग टेस्ट में कमाल का प्रदर्शन किया, जिसे SWE-बेंच वेरिफाइड के तौर पर भी जाना जाता है.
o3 मॉडल ने कंपटीशन प्रोग्रामिंग में ओपनएआई के चीफ साइंटिस्ट को भी पछाड़ दिया. इसके अलावा ओपनएआई के नए मॉडल ने सबसे मुश्किल मैथ्स कॉन्टेस्ट में से एक AIME 2024 में भी एक्सपर्ट-लेवल की साइंस प्रॉब्लम पर 87.7 फीसदी स्कोर के साथ जीत हासिल की है.
सबसे कठिन मैथ्स और रीजनिंग प्रॉब्लम में o3 ने 25.02 फीसदी को हल किया. यह अन्य मॉडल्स से आगे निकल गया जो 2 फीसदी से ज्यादा स्कोर नहीं कर सके. o3 मिनी को जनवरी 2025 के आखिर और o3 को इसके भी बाद में लॉन्च किया जा सकता है.