मध्य प्रदेश में लव जिहाद का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. मऊगंज जिले में एक युवक पर 16 वर्षीय नाबालिग का अपहरण करने और फिर नाबालिग का जबरन धर्म परिवर्तन करने का आरोप लगा है. लव जिहाद की शिकार गुई नाबालिग के पिता ने मामले मे पुलिस व प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
अपहृत नाबालिग के पिता विश्वनाथ गुप्ता का आरोप है कि स्थानीय इमान अली अंसारी ने उसकी 16 वर्षीय किशोरी का अपहरण किया और जबरन धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया. पिता ने मामले में लौर थाना पुलिस और जिला प्रशासन पर लापरवाही करने का गंभीर आरोप लगाया है.
पीड़ित पिता ने पुलिस और प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप
मामला मऊगंज जिले के ग्राम सीतापुर का है. नाबालिग के पिता का आरोप है कि स्थानीय इमान अली अंसारी ने उसकी 16 वर्षीय किशोरी का अपहरण करने के बाद नाबालिग को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया. पिता विश्वनाथ गुप्ता ने मामले में लौर थाना पुलिस और जिला प्रशासन पर लापरवाही करने का गंभीर आरोप लगाया है.
परिजनों का दावा, नाबालिग को साजिश के तहत किडनैप किया गया
रिपोर्ट के मुताबिक गत 2 जनवरी की शाम को आरोपी इमान अली अंसारी ने कथित तौर पर लड़की को अगवा किया था. परिजनों का दावा है कि नाबालिग को साजिश के तहत किडनैप किया गया था, लेकिन सूचना देने के बावजूद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया.
‘एमपी में हर थाने को एक सिपाही चलाता है, जांच हुई तो गोल्ड और कैश से भर जाएंगी सैकड़ों गाड़ियां’
लव जिहाद के मामले को लेकर स्थानीय स्तर पर लोगों में काफी आक्रोश है. पुलिस और प्रशासन के रवैये पर ग्रामीणों से सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि अगर पुलिस और प्रशासन मामले में तुरंत सक्रियता दिखाती तो आरोपी जुर्म के बाद भी खुला नहीं घूम रहा होता.
पिता को लौर थाना प्रभारी ने अपमानित करके थाने से भगा दिया
पीड़िता पिता के मुताबिक मामले की शिकायत के बाद भी लौर थाना पुलिस निष्क्रिय बनी रही और शिकायत दर्ज करने के बजाय लौर थाना प्रभारी ने अपमानित करके थाने से भगा दिया. पिता के मुताबिक पुलिस ने उसकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया और मामले में टाम-मटोल का प्रयास किया.
दर-दर भटकता रहा पिता, लौर थाना पुलिस ने कोई मदद नहीं की
बताया जाता है पुलिस की निष्क्रिता का लाभ उठाते हुए आरोपी इमान अली अंसारी और उसके परिवार ने नाबालिग पीड़िता के परिजनों को जान से मारने की धमकी दी, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही. पिता विश्वनाथ गुप्ता का कहना है कि वो अपहृत बेटी की तलाश में कई दिनों से दर-दर भटकते रहे, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने उसकी कोई मदद नहीं की.
घटना के तीन दिन बाद भी नाबालिग का सुराग नहीं लग पाया है, जबकि पीड़िता के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन की शिकायत पीड़ित पिता द्वारा लौर थाने में की जा चुकी थी. आरोप है कि इमान अली अंसारी और उसके सहयोगियों पर कार्रवाई करने के बजाय पुलिस उन्हें बचा रही है.
फरियाद लेकर पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय पहुंचे पीड़ित परिजन
नाबालिग के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन के मामले में पुलिस और प्रशासन की निष्क्रियता ने नाराज परिजन अब फरियाद लेकर पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय पहुंचे है. पीड़िता के पिता ने एनडीटीवी से बातचीत में बताया कि आईजी कार्यालय से उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद है.