सरगुजा में अबॉर्शन की दवा खाने से किशोरी की मौत:पांच माह की प्रेग्नेंट थी नाबालिग, मंगेतर पर दवा खिलाने का शक,पुलिस जांच में जुटी

गर्भपात की दवा खाने से गंभीर 17 वर्षीय किशोरी की मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वह पांच माह की प्रेग्नेंट थी। किशोरी की शादी उसके प्रेमी से तय कर दी गई थी, लेकिन उम्र 18 वर्ष नहीं होने के कारण दोनों का विवाह नहीं हो पाया था। किशोरी के परिजन सूचना पर गुरुवार को अंबिकापुर पहुंचे। शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल पुलिस ने परिजनों का बयान दर्ज किया।

Advertisement

जानकारी के मुताबिक, जशपुर जिले के लोदाम अंतर्गत ग्राम जामटोली निवासी प्रियंका भगत (17 वर्ष) पांच माह की प्रेग्नेंट थी। तेज पेट दर्द होने पर 27 मई को उसे जशपुर जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया था। उसे मंगेतर दीपक के घरवालों ने हॉस्पिटल में भर्ती किया था। वहां पता चला कि प्रियंका भगत ने अबॉर्शन की दवा खा ली है। हालत बिगड़ने पर उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया।

अंबिकापुर हॉस्पिटल में हो गई मौत, फरार हुए परिजन प्रियंका भगत को मंगलवार रात अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल लाया गया। बुधवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जब मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में पता चला कि किशोरी के शव का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा तो उसे लेकर पहुंचे मंगेतर के घरवाले भाग निकले। शव को पुलिस ने मॉर्च्युरी में रखवा दिया था।

 

आज पहुंचे परिजन, पुलिस ने सौंपा शव पुलिस ने प्रियंका भगत के परिजनों को सूचना दी। सूचना पर किशोरी के परिजन और मंगेतर की मां भी अंबिकापुर पहुंची। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करा शव परिजनों को सौंपा दिया है। पुलिस ने परिजनों का बयान भी दर्ज किया।

मंगेतर पर अबॉर्शन की गोली देने का शक परिजनों ने बताया कि दीपक और प्रियंका का प्रेम संबंध लंबे समय से चल रहा था। दोनों के परिजनों को इसकी जानकारी थी और वे दोनों की शादी के लिए तैयार भी थे। प्रियंका की उम्र 18 वर्ष नहीं हुई थी, जिसके कारण वे शादी के लिए इंतजार कर रहे थे।

प्रियंका करीब पांच माह की प्रेग्नेंट थी। उसे किसने दवा दी, यह स्पष्ट नहीं हुआ है। दीपक की मां सुधनी बाई ने कहा कि उन्होंने अबॉर्शन की दवा नहीं दी थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

 

Advertisements