पाटलिपुत्र सीट से RJD उम्मीदवार मीसा भारती के नामांकन के बाद आयोजित कार्यक्रम में मंच पर ही तेज प्रताप यादव ने एक कार्यकर्ता को जोरदार धक्का दे दिया. तेज प्रताप का यह रूप देख मंच पर मौजूद लोग हक्के बक्के रह गए. इसके बाद वहां मौजूद शक्ति सिंह यादव और अन्य नेताओं ने मामले को संभाला और उस कार्यकर्ता को तुरंत पीछे ले गए. वहीं मीसा भारती ने भी अपने भाई को शांत रहने का इशारा किया. इस घटना का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो वायरल होने के बाद तेज प्रताप ने अपने X हैंडल पर ट्वीट कर सफाई भी दी और धक्का देने का कारण बताया है.
मिली जानकारी के अनुसार पटना के एसके मेमोरियल हॉल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान तेज प्रताप ने अपनी बहन मीसा भारती के पीछे खड़े RJD के ही एक कार्यकर्ता को धक्का दे दिया. तेज प्रताप के इस बर्ताव से मीसा भारती भी चौंक गई. उस वक्त मंच पर राबड़ी देवी भी मौजूद थी. बेटे को संभालने के लिए उन्हें भी सामने आना पड़ा. हालांकि, तेज प्रताप इसके बावजूद भी नहीं माने और मंच पर से जब तक उस कार्यकर्ता को नीचे नहीं भगा दिया गया. तब तक उनका गुस्सा शांत नहीं पड़ा.
कार्यक्रम के बीच में तेज प्रताप यादव के इस व्यवहार व्यवहार के देखकर सब लोग हैरान रह गए. सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो काफी वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ देखा जा रहा है कि जैसे ही मीसा भारती मंच से लोगों का अभिवादन करने के लिए हाथ हिलाती है. उनके पीछे खड़े एक शख्स को तेज प्रताप यादव अचानक से जोर से धक्का दे देते हैं. इसके बाद वह उस कार्यकर्ता को गुस्से में काफी कुछ बोलते नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं दोबारा उसे पकड़कर पीछे धकेलने लगते हैं.
https://twitter.com/BJYM/status/1789969810387829012?t=v8_Vks02r_I7zYT5gFzodw&s=19
वीडियो में साफ दिख रहा है कि अपने ही कार्यकर्ता को धक्का देकर मंच पर गिरा देने के बाद गुस्से से आग-बबूला तेज प्रताप यादव उसे फिर से डांटने लग जाते हैं. यहां तक की अपनी बहन मीसा भारती और मां राबड़ी देवी की बात भी अनसुनी कर उसे मंच से नीचे उतार देने के बाद ही दम लिया. इतने के बाद भी तेज प्रताप यादव का गुस्सा कम होता नहीं दिखा.
मंच पर कार्यकर्ता को धक्का देने के बाद तेज प्रताप ने X पर पोस्ट कर सफाई दी है. उन्होंने लिखा है कि कि मेरा हाथ पहले से जख्मी है. इसी बीच मेरी मां और राजद प्रत्याशी डॉ. मीसा भारती के बीच आकर एक शख्स धक्का दे रहा था. आगे जाने के लिए मुझे धक्का देने पर मुझे असहाय दर्द हुआ. इस कारण उन्हें साइड करने के लिए मैंने हटाया. किसी को आहत करना मेरी मंशा नहीं थी. जनता मालिक मेरे लिए सर्वोपरि है. जनता का मान सम्मान ही हमारा कर्म है.