बिहार की सियासत में इन दिनों एआई तकनीक से बने वीडियो पर घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस द्वारा जारी किए गए एक एआई-जेनरेटेड वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां का जिक्र किया गया, जिस पर अब राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेज प्रताप यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
तेज प्रताप यादव ने कहा कि मां को राजनीति के तराजू पर तौलना सबसे बड़ा पाप है। उन्होंने कहा कि मां का दर्जा सबसे ऊंचा होता है, उसे चुनावी हथियार बनाना किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है। तेज प्रताप ने कांग्रेस पर अप्रत्यक्ष तौर पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव में जनता को लुभाने के लिए इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल करना गलत है।
उन्होंने यह भी कहा कि राजनीति में विचारों की लड़ाई होनी चाहिए, व्यक्तिगत और पारिवारिक मामलों को इसमें नहीं घसीटना चाहिए। तेज प्रताप यादव ने पीएम मोदी पर सीधे तौर पर टिप्पणी करने से बचते हुए कहा कि मां की गरिमा हर किसी के लिए समान होती है और उसका सम्मान होना चाहिए।
इस पूरे विवाद ने बिहार की सियासत में नया मोड़ ला दिया है। कांग्रेस के इस कदम की आलोचना न सिर्फ बीजेपी बल्कि अन्य विपक्षी दलों की ओर से भी हो रही है। कई नेताओं का मानना है कि एआई तकनीक का दुरुपयोग राजनीतिक स्तर को गिरा सकता है और इससे जनता के बीच गलत संदेश जाएगा।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि एआई तकनीक का इस्तेमाल चुनाव प्रचार में नया नहीं है, लेकिन किसी की निजी जिंदगी या परिवार को इसमें शामिल करना खतरनाक प्रवृत्ति है। इससे न सिर्फ राजनीतिक बहस का स्तर गिरता है, बल्कि जनता का भरोसा भी प्रभावित होता है।
तेज प्रताप यादव के इस बयान के बाद यह साफ हो गया है कि विपक्षी दलों के बीच भी इस मुद्दे पर मतभेद है। एक ओर जहां कांग्रेस ने इसे चुनावी रणनीति बताया है, वहीं आरजेडी इसे नैतिक मूल्यों के खिलाफ मान रही है। आने वाले दिनों में यह विवाद और गहराने की संभावना है।