बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मियों के बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला है। तेजस्वी ने भाजपा की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि केवल यह कहने से कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री रहेंगे, जनता भरोसा नहीं कर सकती।तेजस्वी ने कटाक्ष करते हुए कहा, “अगर भाजपा सच में चाहती है कि नीतीश कुमार अगले पांच साल मुख्यमंत्री बने रहें, तो केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से इस पर हलफनामा साइन करवा लें।”
तेजस्वी ने भाजपा पर अपने सहयोगी दलों को कमजोर करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, “देशभर में भाजपा ने जिन भी क्षेत्रीय दलों से गठबंधन किया, उनका अस्तित्व खत्म करने की कोशिश की। बिहार में चिराग पासवान की पार्टी के साथ क्या हुआ, यह सभी ने देखा है। भाजपा का मकसद सिर्फ सत्ता हासिल करना है, न कि गठबंधन धर्म निभाना।”तेजस्वी यादव ने जनता से अपील की कि वे बार-बार गठबंधन बदलने वाले नेताओं से सावधान रहें। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब भाजपा और जदयू की सच्चाई को भली-भांति समझ चुकी है। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, तेजस्वी का यह बयान भाजपा को जनता की नजरों में अविश्वसनीय दिखाने की रणनीति का हिस्सा है।
इतना ही नहीं, तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 से अब तक बिहार में पीएम मोदी की रैलियों पर लगभग 20,000 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। तेजस्वी ने इस खर्च को जनता के पैसों की बर्बादी करार देते हुए कहा, “मोदी सरकार प्रचार के नाम पर जनता को गुमराह कर रही है।”
तेजस्वी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “अब तक पीएम मोदी ने बिहार में करीब 200 रैलियां की हैं। हर रैली पर औसतन 100 करोड़ रुपये खर्च हुए। यह सारा पैसा सरकारी खजाने से निकाला गया ताकि राजनीतिक लाभ लिया जा सके।”फिलहाल भाजपा और जदयू की ओर से तेजस्वी के इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन राजनीतिक हलकों में इस बयान से हलचल तेज हो गई है।