प्रशांत किशोर ने एक बार फिर आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है. नालंदा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए किशोर ने तेजस्वी के हालिया ’10 हजार पेन बांटने’ की घोषणा पर व्यंग्य किया. उन्होंने कहा, ‘तेजस्वी यादव का पेन बांटना वैसा ही है जैसे शेर जंगल में दूध बांटे. समझ लीजिए शेर आपको दूध देकर खाने की तैयारी कर रहा है. तेजस्वी पेन नहीं, असल में बंदूक बांटने की योजना बना रहे हैं. वो पेन वाले नेता नहीं, बंदूक वाले नेता हैं.’
‘जनता को भ्रमित करने का तरीका बताया’
प्रशांत किशोर का यह बयान तेजस्वी यादव की शिक्षा को बढ़ावा देने वाली पहल पर सीधा कटाक्ष था. किशोर का कहना है कि इस तरह के प्रतीकात्मक कार्य असल में जनता को भ्रमित करने का तरीका है और इससे लोगों को सतर्क रहना चाहिए.
इस मौके पर प्रशांत किशोर ने बिहार के वरिष्ठ नेता और जेडीयू नेता अशोक चौधरी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, अशोक चौधरी बिहार के अकेले ऐसे नेता हैं जो एक साथ सभी पार्टियों में हैं. खुद जेडीयू में हैं, उनके पिता कांग्रेस में थे, बेटी लोजपा में है और दामाद आरएसएस-भाजपा में. उन्होंने सभी दलों से रिश्ता बना रखा है.
अशोक चौधरी की नई प्रोफेसर की नियुक्ति पर सवाल
किशोर ने अशोक चौधरी की नई प्रोफेसर की नियुक्ति पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा, अब जब उन्हें लग रहा है कि नवंबर के बाद राजनीति में उनकी उपयोगिता खत्म हो जाएगी, तो वो प्रोफेसर बन गए. कोई पूछे कि उन्होंने कौन सी परीक्षा पास की जिससे वो पटना यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बन गए?
प्रशांत किशोर के ये बयान बिहार की राजनीति में एक बार फिर सरगर्मी बढ़ा सकते हैं. जहां एक ओर तेजस्वी यादव युवा वोटरों को लुभाने के लिए पेन बांट रहे हैं, वहीं किशोर इसे जनता को गुमराह करने की चाल बता रहे हैं.