हरियाणा के गुरुग्राम में हुई टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. मामले में आरोपी पिता पहले पुलिस को गुमराह कर रहा था. फिर उसने हत्या की बात कबूल कर ली, मगर वो बार-बार अलग बयान दे रहा था. अब उसने एक नई बात पुलिस को बताई. बोला- मैंने राधिका को मारने का पहले से ही प्लान बनाया था. इसलिए मैंने बेटे को बाहर भेज दिया. वो घर पर होता तो राधिका बच जाती. बीवी तो बीमार थी, इसलिए वो कमरे में आराम कर रही थी. मैंने खुद ही सारा प्लान बनाया था.
51 साल के दीपक यादव ने बताया- गुरुवार सुबह करीब 10:30 बजे, सुशांत लोक-2 के ब्लॉक-जी में स्थित हमारे तीन मंजिला घर की रसोई में राधिका नाश्ता बना रही थी. तभी मैंने उसकी पीठ पर चार गोलियां दाग दीं.
दूध लेने का बहाना, बेटे को भेजा बाहर
पुलिस के अनुसार, दीपक ने हत्या को अंजाम देने के लिए सुनियोजित तरीके से अपने बेटे को घर से बाहर भेजा. वह हर सुबह खुद दूध लेने जाता था, लेकिन गुरुवार को उसने अपने बेटे को यह काम सौंपा. राधिका के साथ अकेले रहते ही उसने अपनी बेटी पर गोलियां चला दीं. गुरुग्राम पुलिस के पीआरओ संदीप कुमार ने बताया- दीपक चाहता था कि उस दिन घर में कोई और न हो.
राधिका का हुआ अंतिम संस्कार
राधिका के शव का पोस्टमार्टम करके उसे परिजनों को सौंप दिया गया था. राधिका के शरीर से कुल 4 गोलियां निकलीं. एक गोली कहां गई, इसका पता पुलिस लगा रही है. राधिका यादव का शुक्रवार शाम गुरुग्राम के वजीराबाद गांव के श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया. राधिका के बड़े भाई धीरज यादव ने रीति-रिवाज के साथ मुखाग्नि दी. इस दर्दनाक घटना के बाद से परिवार और पूरे गांव के लोग गहरे सदमे में हैं और कोई भी कुछ बोलने की स्थिति में नहीं है. गांव में भी शोक और चुप्पी का माहौल है. कोई भी यह समझ नहीं पा रहा है कि एक पिता अपनी ही बेटी के साथ ऐसा जघन्य अपराध कैसे कर सकता है.
पुलिस को मिली एक दिन की रिमांड
सेक्टर-56 थाना पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी 49 वर्षीय पिता दीपक यादव को कोर्ट में पेश कर दो दिन का रिमांड मांगा गया. रिमांड को लेकर कोर्ट में बहस हुई और उसके बाद पुलिस को एक दिन का रिमांड मिला. रिमांड के दौरान पुलिस दीपक यादव से पूछताछ करने के साथ-साथ रिवाल्वर से संबंधित असले को बरामद करने के लिए कासन में जाएगी.