भारत-पाक सीमा पर एक बार फिर तनाव का माहौल बन गया है. इस तनाव का सीधा असर सरहदी जिलों पर पड़ता है. पंजाब के फिरोजपुर जिले के सरहदी गांव हजारा सिंह वाला के लोग देर रात अपने घरों से जरूरी सामान समेटकर सुरक्षित ठिकानों की ओर रवाना हो गए.
गांव के करीब आठ लोगों का परिवार रात के समय ही अपने रिश्तेदारों के गांव सेदे के लिए रवाना हो गया. लोगों का कहना है कि जब भी भारत-पाक सीमा पर तनातनी होती है या फिर सतलुज दरिया में बाढ़ आता है, तो सबसे पहले परेशानी सरहदी गांवों के लोगों को ही होती है.
फिरोजपुर की भारत-पाक सीमा पर तनाव
हर बार की तरह इस बार भी गांव वालों को मजबूरी में घर छोड़ना पड़ा, लेकिन इसके बावजूद उनके हौसले कमजोर नहीं हैं. गांव वासियों का साफ कहना है कि भले ही हमें अस्थायी तौर पर गांव छोड़ना पड़ा हो, लेकिन हमारा दिल और समर्थन हमेशा देश और हमारे जवानों के साथ है.
गांव छोड़ सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने लगे लोद
गांव सेदे पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने जरूरी सामान समेट लिया है, लेकिन स्थिति सुधरते ही वापस अपने घर लौट जाएंगे. गांव वालों ने कहा कि हम डरकर नहीं जा रहे, सिर्फ एहतियात के तौर पर गांव छोड़ रहे हैं. जवान बॉर्डर पर तैनात हैं और हम उनके साथ खड़े हैं.