बलिया : आगसा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज शाह ने कहा कि यदि तत्काल गोंड अनुसूचित जनजाति प्रमाण पत्र जारी करना प्रारंभ नहीं किया गया तो होगा विशाल प्रदर्शन और सामूहिक आमरण अनशन. धरना प्रदर्शन के 156 वें दिन देर शाम जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने सिटी मिजिस्ट्रेट को धरना स्थल पर भेज कर आंदोलनकारियो को अपने कक्ष में बुलवाए तथा वार्ता के दौरान कहे कि शासनादेश के क्रम में गोंड अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र निर्गत किया जायेगा तथा धरना प्रदर्शन को समाप्त कर देने की बात कहे.
जिलाधिकारी के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट व सीओ सिटी भारी पुलिस बल के साथ धरना स्थल पर पहुंचकर जबरन टेंट, मंच हटवाने का काम किये.इस दौरान ऑल गोंडवाना स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आगसा ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज शाह ने आक्रोश ब्यक्त करते हुए कहा कि 156 दिन से लगातार धरना प्रदर्शन तथा क्रमिक अनशन जारी रहा इसके बाजूद भी राष्ट्रपतीय राजपत्र शासनादेश के अनुपालन में गोंड अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र निर्गत करने के बजाय जिला प्रशासन द्वारा पुलिस प्रशासन के बलपर जबरन धरना को हटवा कर संवैधानिक लोकतांत्रिक आंदोलन का गला घोटने का काम किया जा रहा है.
2 जुलाई 2025 को कलेक्ट्रेट मॉडल तहसील पर गोंडवाना नेताओं की बैठक की गई तथा शासनादेश के अनुपालन में गोंड जाति प्रमाण पत्र जारी कराने के लिए आंदोलन की अगली रणनीति तय की गई. आगसा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज शाह ने ऐलान करते हुए कहा कि यदि तत्काल गोंड अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी किया जाना प्रारम्भ नहीं किया जाता है तो आंदोलन के अगले क्रम में विशाल प्रदर्शन सामूहिक आमरण अनशन प्रारम्भ कर दिया जायेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी तहसील व जिला प्रशासन की होगी.
इस दौरान प्रमुख रूप से सुरेश शाह, संजय गोंड, गोंड महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामनिवास गोंड, सोनू गोंड, अरविन्द गोंडवाना, रंजीत गोंड निहाल, अमित शाह, मुन्ना गोंड प्रधान, बच्चालाल गोंड, सुदेश शाह, कृष्णकांत गोंड, विवेक गोंड, हरिशंकर गोंड, प्रमोद गोंड, ददन गोंड, राजकुमार गोंड, ओमप्रकाश गोंड, लालचंद गोंड, रामनारायण गोंड, वकील गोंड, अंटू गोंड, रामचंद्र गोंड रहे.