देश के कुछ शहरों में हाल में भिखारियों ने बड़ी आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया, जिनकी वजह से लोगों में उनके प्रति एक डर पैदा हो गया है. उत्तर प्रदेश के बिजनौर में भीख ना मिलने से नाराज भिखारी ने एक युवक को पहले गालियां दी और फिर उस पर चाकू से हमला कर दिया. घायल युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसका गंभीर हालत में इलाज चल रहा है. सूचना मिलने के बाद पुलिस ने भिखारी को गिरफ्तार कर लिया. घटना के बाद आसपास के लोग दहशत में आ गए. 45 वर्षीय जहीन दिव्यांग है और वह कीरतपुर मोहल्ले में रहता है उसके पास से सब्जी काटने वाला चाकू भी बरामद किया गया. यह घटना 7 सितंबर शनिवार को हुई थी.
इसके अलावा यूपी के संभल जिले में भीख ना मिलने से नाराज महिला भिखारी ने बच्चे को किडनैप कर लिया और उसे अपने साथ ले गई. पुलिस अब तक उसका कोई भी सुराग नहीं लगा पाई है. बहजोई थाना क्षेत्र के अतरासी गांव निवासी संजय ने बताया कि सोमवार की सुबह वह मजदूरी करने के लिए घर से निकल गए थे. पत्नी सर्वेश चार वर्षीय बेटी सोना और ढाई वर्षीय बेटा सनी घर पर थे. घर में मौजूद अन्य परिजन पशुओं के लिए चारा लेने जंगल गए थे. सुबह दस बजे के करीब दोनों बच्चे घर के बाहर दरवाजे पर खेल रहे थे. इसी दौरान भीख मांगने वाली कंजर समुदाय की कुछ महिलाएं मोहल्ले में आईं और भीख मांगने लगीं. वह भीख लिए बिना ही लौट गईं. इसलिए आशंका जताई जा रही है कि वह बच्चे का अपहरण कर ले गई हैं.
इसके अलावा सूरत में गणपति उत्सव के दौरान कुछ लोगों ने कथित रूप से एक पंडाल में पथराव किया. जिससे भगवान गणेश की मूर्ति खंडित हो गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया. तोड़फोड़ करने के आरोप में पुलिस ने महिलाओं को गिरफ्तार किया जो अपने बच्चों के साथ मिलकर भीख मांगकर अपना गुजारा करती हैं. बताया जा रहा है कि दुकानदार का करीब 60 हजार रुपये का नुकसान हुआ. भिखारियों के साथ आमतौर पर हमारा व्यवहार आमतौर पर बेहद अजीब होता. चल भाग, निकल यहां से, कभी-कभी उन पर बहुत दया भी आती है. भिखारियों के इस बदलते व्यवहार को गंभीरता से लेना होगा.