रीवा : शहर के अमहिया थाना क्षेत्र में अड़ीबाजी (रंगदारी) और मारपीट का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहाँ किराए का कमरा खाली कर रहे एक युवक से शराब पीने के लिए ₹1000 की मांग की गई. पैसे देने से इनकार करने पर दो सगे भाइयों ने अपने एक साथी के साथ मिलकर युवक और उसके बीच-बचाव करने आए पिता और भाई पर नल की पाइप से क्रूरतापूर्वक हमला कर दिया.
अमहिया थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, घटना 4 जून 2025 की है। फरियादी दीपक गुप्ता (22), जो अर्जुन नगर स्थित गुड्डी तिवारी के मकान में किराए पर रहता था और सिरमौर चौराहा पर फास्ट फूड का ठेला लगाता था, अपने पिता शंभू प्रसाद गुप्ता और भाई विष्णु गुप्ता के साथ कमरा खाली कर रहा था.
इसी दौरान, मकान मालिक के बेटे करण तिवारी और कमल तिवारी उर्फ मोनू वहाँ आए और शराब पीने के लिए ₹1000 की मांग करने लगे। जब दीपक ने पैसे देने से इनकार किया, तो दोनों ने धमकाया कि उन्हें यहाँ से हिलने नहीं दिया जाएगा.
विवाद बढ़ता देख वहीं मौजूद गौरव तिवारी भी आरोपियों के साथ मिल गया.तीनों ने मिलकर दीपक को माँ-बहन की अश्लील गालियां देना शुरू कर दिया.जब दीपक ने गाली देने से मना किया, तो करण और मोनू तिवारी ने लात-घूंसों और नल वाली पाइप से उस पर हमला कर दिया.
हल्ला सुनकर जब दीपक के पिता शंभू प्रसाद गुप्ता और भाई विष्णु गुप्ता बीच-बचाव करने आए, तो आरोपियों ने उनके साथ भी धक्का-मुक्की और मारपीट की.इस मारपीट में दीपक की कलाई और घुटने में गंभीर चोटें आईं, वहीं उसके पिता की दाहिनी हाथ की उंगली भी जख्मी हो गई.
हमलावरों ने मारपीट के बाद धमकी दी कि “आज तो इतना ही मारे हैं, किसी दिन जान से मार देंगे.” इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए.
दीपक गुप्ता की शिकायत पर, अमहिया पुलिस ने तुरंत अपराध क्रमांक 164/25 के तहत संबंधित धाराओं में मामला पंजीबद्ध किया।और आरोपी को गिरफ्तार किया.
कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका:
इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी उप निरी. शिवा अग्रवाल के साथ-साथ सउनि संतोष पाण्डेय, आरक्षक कौशलेन्द्र सिंह, आर. विवेक सिंह, आरक्षक शिवाकांत शर्मा, आरक्षक विकास तिवारी और आरक्षक दिवाकर तिवारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही.