अयोध्या: भगवान राम की नगरी इन दिनों बंदरों, आवारा कुत्तों और छुट्टा मवेशियों के आतंक से जूझ रही है. शहर की गलियों, सड़कों और मोहल्लों में घूमते ये जानवर आम जनजीवन के लिए खतरा बन चुके हैं. अनुमान है कि अयोध्या महानगर में करीब 1.5 लाख बंदर और 25 हजार से अधिक आवारा कुत्ते मौजूद हैं, जबकि 500 से ज्यादा छुट्टा मवेशी भी सड़कों पर डेरा जमाए हैं.
स्थिति इतनी गंभीर है कि हर महीने 1500 से अधिक लोग कुत्तों के हमले का शिकार हो रहे हैं, वहीं बंदरों के झुंड घरों में घुसकर खाने-पीने का सामान छीन ले रहे हैं और राहगीरों पर हमला कर रहे हैं. महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग इनसे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं. कई इलाकों में लोग डर के मारे छतों पर कपड़े सुखाने या गली में अकेले निकलने से भी कतराने लगे हैं.
अब तक नगर निगम द्वारा इन जानवरों की आधिकारिक गणना नहीं हुई है, लेकिन अनुमानित आंकड़े खतरे की गंभीरता बयां कर रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि शीघ्र ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो स्थिति और भयावह हो सकती है. अयोध्या में इन जानवरों का आतंक अब एक गंभीर शहरी समस्या का रूप ले चुका है.