जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में एक संदिग्ध आतंकवादी हमले में विलेज डिफेंस ग्रुप (वीडीजी) के दो सदस्य मारे गए हैं. सुरक्षा बलों को अभी तक उनके शव बरामद नहीं हुए हैं. इस बीच, पुलिस ने विलेज डिफेंस ग्रुप के सदस्य नजीर अहमद और कुलदीप कुमार की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया है. ये दोनों अपने मवेशियों को चराने के लिए पास के वन क्षेत्र में गए थे, लेकिन वापस नहीं आए. इस बीच, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उनके पिता फारूक अब्दुल्ला ने किश्तवाड़ में वीडीजी के दो सदस्यों की हत्या की निंदा की.
उन्होंने कहा है कि बर्बर हिंसा के ऐसे कृत्य जम्मू-कश्मीर में दीर्घकालिक शांति प्राप्त करने में एक महत्वपूर्ण बाधा बने हुए हैं. दुख की इस घड़ी में उनके विचार और प्रार्थनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं.
JKNC President Dr Farooq Abdullah and VP & Chief Minister @OmarAbdullah have condemned the gruesome killing of two village defence guards in Kishtwar namely Nazir Ahmad and Kuldeep Kumar, in a forest area. They have said that such acts of barbaric violence remain a significant…
— JKNC (@JKNC_) November 7, 2024
कश्मीर टाइगर्स ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है. कश्मीर टाइगर्स की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वीडीजी के दो सक्रिय सैनिक कुलदीप कुमार और नाजीर किश्तवाड़ इलाके में मुजाहिद्दीन इस्लाम को पीछा करते पहुंचे. कश्मीर के मुजाहिद्दीन ने पहले उन्हें इग्ननोर किया, लेकिन उनलोगों ने पीछा करना नहीं छोड़ा और करीब आ गए. उसके बाद मुजाहिद्दीन ने उन्हें पकड़ लिया और दोनों ने अपने अपराध कबूल किए. उसके बाद उन्हें सजा दी गई.
कई महीने से इलाके में देखी जा रही हैं आतंकी गतिविधियां
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पिछले कई महीनों से इस इलाके में आतंकवादी गतिविधियां देखी जा रही हैं. उन्होंने बताया कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान कम से कम दो मौकों पर इस इलाके में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी हुई थी.
इस बीच, सूत्रों ने बताया कि दोनों वीडीजी सुबह पशुओं के साथ चटरू के कुंतवाड़ा के जंगलों में गए थे. वे शाम तक वापस नहीं लौटे. गांव के निवासियों के पुलिस से संपर्क करने से पहले आतंकवादियों ने दोनों वीडीजी की तस्वीरें जारी कीं और कहा कि वे मारे गए हैं.
कुलदीप कुमार के भाई पृथ्वी ने बताया कि हमें सूचना मिली है कि मेरे भाई को अहमद के साथ आतंकवादियों ने अगवा कर लिया और मार डाला। वे वीडीजी थे और हमेशा की तरह मवेशी चराने गए थे. उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है, लेकिन अभी तक मृतकों के शव बरामद नहीं हुए हैं.
पृथ्वी ने कहा कि उनके पिता अमर चंद की एक सप्ताह पहले मृत्यु हो गई थी और उनके भाई के बारे में रिपोर्ट परिवार के लिए एक और बड़ा झटका है.
सोपोर में मुठभेड़, 2-3 आतंकियों को घेरा
OP PANIPURA, #Baramulla
On 07 Nov 24, based on specific intelligence regarding presence of terrorists, a joint Operation launched by the #IndianArmy & @JmuKmrPolice in Panipura, Sopore, #Baramulla. Suspicious activity was observed by vigilant troops and on being challenged… pic.twitter.com/BXT76uwqVZ
— Chinar Corps🍁 – Indian Army (@ChinarcorpsIA) November 7, 2024
दूसरी ओर, उत्तरी कश्मीर के सोपोर के सागीपोरा इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान कुछ गोलियों की आवाज सुनी गई. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक विशेष इनपुट पर पुलिस और सेना की एक संयुक्त टीम ने गुरुवार शाम सागीपोरा में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया.
उन्होंने कहा कि तलाशी के दौरान कुछ गोलियों की आवाज सुनी गई जिसके बाद इलाके के चारों ओर सुरक्षा घेरा कड़ा कर दिया गया. सोपोर में संयुक्त सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई. माना जा रहा है कि दो से तीन आतंकवादी फंसे हुए हैं.