पहलगाम आतंकी हमले की जांच कर रही NIA की छह सदस्यीय टीम, 2 फोरेंसिक टीम के मेंबर, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ बटालियन के अधिकारियों के साथ बैसरन के जंगल में जांच कर रही है. एनआईए के शीर्ष अधिकारियों का कहना है कि आतंकवादियों द्वारा “मोबाइल पेड एप्लीकेशन” का इस्तेमाल किया जा रहा है.
सूत्रों के मुताबिक, जंगल की इस जांच का नेतृत्व एनआईए के एसपी को सौंपी गई है. एनआईए द्वारा वन क्षेत्र और आतंकवादियों के संभावित एग्जिट पॉइंट की वीडियोग्राफी की गई है.
’45 लोगों से पूछताछ’
इसके अलावा एनआईए की टीम ने बैसरन घाटी में मौदूज सभी दुकानदारों, पोन्नी गाइड के 45 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, एनआईए के शीर्ष अधिकारियों का कहना है कि आतंकवादियों द्वारा “मोबाइल पेड एप्लीकेशन” का इस्तेमाल किया जा रहा है. वे पाकिस्तान में अपने हैंडलर से “पेड एन्क्रिप्टेड मोबाइल” कम्यूनिकेश के जरिए से बात कर रहे हैं.
एजेंसी का कहना है कि पाकिस्तानी ISI पाकिस्तान में बैठे कश्मीरी आतंकवादियों को अपने हैंडलर के रूप में इस्तेमाल कर रही है. इस मामले में आदिल थोकर के शामिल होने के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि हमले में स्थानीय लोगों का भी समर्थन था, क्योंकि छह महीने पहले आदिल को दक्षिण कश्मीर में देखा गया था. हालांकि, बाद में जानकारी मिली थी कि वह पाकिस्तान वापस लौट गया है.
दक्षिण कश्मीर में जारी है सर्च ऑपरेशन
NIA अधिकारियों का कहना है कि हम 20/21/22 अप्रैल से सीक्वेंस और क्रोनोलोजी की जांच कर रहे हैं. आतंकवादियों और OGWs के बीच मिलकर कार्रवाई चल रही है. सुरक्षा अधिकारियों के सूत्रों के अनुसार, दक्षिण कश्मीर के भी कई इलाकों में सर्च ऑपरेशन जारी है.
‘घोड़े और खच्चर वालों की भी की पूछताछ’
इसके अलावा नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी NIA ने 25 विक्टिम- आईविटनेस के बयान दर्ज कर लिए हैं और मौके से बरामद किए कारतूस के खाली खोखे को FSL जांच के लिए भेज दिया है. साथ ही जांच एजेंसी ने आज सैलानियों को बैसरन घाटी ले जाने वाले घोड़े और खच्चर चलाने वालों को भी पूछताछ के लिए बुलाया है.
सूत्रों के मुताबिक चश्मदीदों ने जो बताया उसके मुताबिक दो आतंकी एंट्री से दाखिल हुए थे. जबकि एक आतंकी एग्जिट गेट से अंदर पहुंचा था. इस दौरान 2 आतंकियों ने ट्रैक सूट में थे और एक आतंकी कश्मीरी कपड़ा फिरन पहना हुआ था.
‘3 आतंकियों ने की गोलीबारी’
जांच एजेंसी को मिले सुराग में पता चला है कि बैसरन घाटी में 3 आतंकियों ने गोलीबारी की थी. इन फोटोज, वीडियो एजेंसी के हाथ लगे हैं. जांच एजेंसियों के मुताबिक चौथा आतंकी जंगल में कहीं मौजूद था, जबकि तीन आतंकी गोलीबारी कर रहे थे. अनुमान लगाया जा रहा कि चौता आतंकी हेल्प के लिए मौजूद था.
जांच में ये भी पता चला है कि एग्जिट गेट पर मौजूद आतंकी ने फायरिंग शुरू की थी, जिससे टूरिस्ट एंट्री गेट की ओर भागे. ये आतंकियों के प्लान का हिस्सा था, क्योंकि गोली चलने से टूरिस्ट एंट्री गेट की तरफ भागे और वहां पहले से 2 आतंकी मौजूद थे.
बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों के निशाना बनाते हुए हमला किया था. इस हमले में 26 सैलानी मारे गए थे और कई लोग घायल हो गए थे. इसके बाद पुलिस और सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को तेज कर दिया है.