बड़ा खुलासा: 7 दिन पहले ही पहलगाम पहुंच गए थे आतंकी, निशाने पर थे ये 4 पर्यटक स्थल

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद घटना को लेकर तेजी से जांच की जा रही है. जांच के दौरान कई अहम खुलासे भी हो रहे हैं. हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है, और उसे यह अहम सबूत हाथ लगे हैं कि आतंकवादी पहले ही बैसरन में पहुंच गए थे. इन आतंकवादियों के निशाने पर सिर्फ बैसरन ही नहीं बल्कि 3 अन्य पर्यटन स्थल भी थे.

Advertisement

आतंकी हमले के बाद केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में संदिग्ध लोगों को ताबड़तोड़ उठाया जा रहा है. हमले के बाद अब तक 2500 से अधिक संदिग्धों को पकड़ा गया था जिसमें 186 लोग अभी भी हिरासत में हैं और इनसे पूछताछ की जा रही है. एनआईए ने 80 ओवरग्राउंड वर्कर्स यानी OGW को भी हिरासत में लिया है. जांच एजेंसी इन ओवरग्राउंड वर्कर्स से भी लगातार पूछताछ कर रही है.

2 दिन पहले ही बैसरन पहुंच गए थे आतंकी

सूत्रों के मुताबिक, एनआईए की जांच और ओवरग्राउंड वर्कर्स से पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो रहे हैं. हिरासत में लिए गए ओवरग्राउंड वर्कर्स से पूछताछ में यह पता चला कि पहलगाम आतंकी हमले से 2 दिन पहले आतंकवादी बैसरन घाटी में मौजूद थे.

बताया जा रहा है कि ये आतंकवादी हमले से करीब एक हफ्ते पहले ही 15 अप्रैल को ही पहलगाम पहुंच गए थे. इन आतंकवादियों के निशाने पर बैसरन घाटी ही नहीं पहलगाम के 3 अन्य पर्यटन स्थल भी थे. इन लोगों की ओर से इन जगहों की रेकी की भी गयी थी. ये तीनों लोकेशन भी आतंकियों के टारगेट पर थी.

4 OGW ने आतंकियों की कराई थी रेकी

हालांकि आतंकवादी इन जगहों पर हमला करने में कामयाब नहीं हो सके क्योंकि यहां पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. बैसरन के अलावा पहलगाम की आरु घाटी, एम्यूजमेंट पार्क और बेताब घाटी भी आतंकियों के निशाने पर थी. लेकिन यहां पर हमले करने की योजना काम नहीं कर सकी.

अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि 20 के करीब ओवर ग्राउंड वर्कर (OGW) की पहचान की जा चुकी है, इसमें से कई OGW की गिरफ्तारी की जा चुकी है. सूत्रों का कहना है कि 4 OGW ने पाकिस्तानी आतंकियों को रेकी करने में मदद की थी.

इससे पहले जांच के दौरान आतंकी टूलकिट को लेकर बड़ा खुलासा हुआ था. इस टूलकिट के जरिए आतंकवादियों को कई तरह की हिदायतें दी जाती हैं. इसमें आतंकवादियों को क्या करना है और क्या नहीं करना है, इसकी जानकारी दी होती है. टूलकिट के अनुसार, आतंकवादियों को इस बात की हिदायत की जाती है कि वे समय के पाबंद हों, साथ ही अपनी यात्रा के दौरान इस्लामी पहनावे से दूरी बनाए रखें. जैसे पैंट और पैजामे को टखनों से ऊपर न रखें. वे एक आम पर्यटक की तरह दिखें. भारत के जिस शहर में जाएं वहां की रीति-रिवाजों के अनुसार कपड़े पहनें.

Advertisements