कैलिफोर्निया की एक डॉक्टर ने एक थाई रेस्तरां पर मुकदमा दायर किया है. क्योंकि उनके अनुसार उन्हें इतना तीखा और मसालेदार खाना परोसा गया कि उनका गला स्थायी रूप से खराब हो गया. महिला डॉक्टर ने रेस्टोरेंट में परोसे गए एपेटाइजर को अकल्पनीय रूप से तीखा बताया.
मर्करी न्यूज से मिले मुकदमे के दस्तावेजों के अनुसार, सैन जोस की न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. हरजसलीन वालिया, कूप डी थाई नाम के एक रेस्टोरेंट गई थी. वहां उन्हें ड्रैगन बॉल्स नाम की डिश परोसी गई. इसे खाने के बाद उनके मुंह और गले में काफी जलन होने लगी.
हमेशा के लिए क्षतिग्रस्त हो गया वोकल कोड
वालिया ने दावा किया है कि रेस्तरां के ऐपेटाइजर ने उनके वोकल कॉर्ड, एसोफैगस और उनके दाहिने नथुने के अंदरूनी हिस्से को जला दिया. इससे उनकी आवाज चली गई. उन्हें बोलने अब काफी दिक्कत होती है.
अब खुद अपने केस की कर रही सुनवाई
यह घटना 2023 की है और मुकदमा जुलाई 2023 में दायर किया गया था, लेकिन मई 2025 में दायर एक फाइलिंग के अनुसार, डॉक्टर वालिया ने हाल ही में तब सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने अदालत में खुद का प्रतिनिधित्व करने का फैसला लिया. इसके बाद एख बार फिर से ये मामला चर्चा में है.
महिला ने कम मसालेदार खाना किया था ऑर्डर
मर्करी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, मुकदमे में कहा गया है कि वालिया ने अपने वेट्रेस से कम मसाले वाला खाना बनाने को कहा था, क्योंकि वह मसालेदार भोजन बर्दाश्त नहीं करती है. सर्वर इससे सहमत हो गया. फिर वालिया ने उन्हें परोसे गए एपेटाइजर का एक निवाला खा लिया.
मुंह, गला, जीभ और नाक बुरी तरह से जल रही थी
मुकदमे के अनुसार, वालिया को ऐसा महसूस हुआ कि उनका पूरा मुंह, उनकी जीभ, उनका गला और उनकी नाक आग की तरह जल रही थी. इस हद तक कि उनकी आंखों और नाक से पानी बहने लगा और वह खांसने लगी. डॉक्टर ने यह भी बताया कि उनकी आवाज चली गई है और डिश में मिर्च के कारण उसे इंटरनली “रासायनिक जलन” हो गई है.
चली गई महिला की आवाज
मुकदमे में दावा किया गया है कि उन्हें स्थायी चोटें आईं हैं और उनका वोकल कोड हमेशा के लिए क्षतिग्रस्त हो जाएगा. वालिया के मुकदमे में यह भी दावा किया गया है कि उन्होंने जलने के घाव को भरने के लिए एक वेट्रेस से डेयरी उत्पाद मांगा था, लेकिन कोई मदद नहीं मिली.
तीखा लगने के बाद भी रेस्टोरेंट ने नहीं दिया दूध या आइसक्रीम
वालिया को जलन को शांत करने के लिए दूध, आइसक्रीम, दही, खट्टी क्रीम या अन्य डेयरी उत्पाद उपलब्ध नहीं कराया गया.उन्होंने एक पूरा गिलास नारियल पानी और फिर और पानी पी लिया, लेकिन जलन कम नहीं हुई.मुकदमे में दावा किया गया है कि वो खाना आम इंसान के खाने के लायक नहीं था. रेस्तरां ड्रैगन बॉल्स जैसे ऐपेटाइजर में बहुत अधिक थाई चिली परोसने से जुड़े खतरों के बारे में स्वास्थ्य अधिकारियों या आपातकालीन सेवा कर्मियों से परामर्श करके सावधानी बरतने में विफल रहा.
रेस्टोरेंट ने ऐसे किसी भी आरोप से किया इंकार
वहीं कूप डी थाई रेस्टोरेंट ने किसी भी प्रकार का नुकसान पहुंचाने से इनकार किया है. उनके एक प्रतिनिधि ने मर्करी न्यूज को बताया कि इस व्यंजन को कम मसालेदार नहीं बनाया जा सका, क्योंकि मिर्च मीटबॉल के अंदर था और रेस्तरां के इस भोजन के कारण आजतक किसी अन्य को चिकित्सा सहायता की आवश्यकता नहीं पड़ी.