450 किलो चांदी के रथ में विराजमान होकर ठाकुरजी निकले झूलने, भव्य शोभायात्रा में उमड़े श्रद्धालु

चित्तौड़गढ़: आज पुरे श्रद्धा और आस्था के साथ जलझूलनी एकादशी का पर्व मनाया जा रहा हैं. इस अवसर पर देश भर के कृष्णा मंदिरों में ठाकुरजी जल विहार के साथ विविध धार्मिक आयोजन किए जा रहे है. सुप्रसिद्ध कृष्ण धाम श्री सांवलियाजी मंदिर, मंडफिया में भी आज विशेष आयोजनों की श्रंखला चल रही है. आज दोपहर 12 बजे मन्दिर परिसर से शोभायात्रा शुरू हुई. श्री सांवलिया सेठ के मंदिर से भगवान के बाल स्वरूप को 450 किलो चांदी से निर्मित रथ में विराजमान किया गया, जिसे भक्तों ने रथ को अपने हाथों से खींचा.

शोभायात्रा में 30 क्विंटल चांदी और 30 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों की जगह-जगह पुष्प वर्षा होगी. शोभायात्रा यात्रा में हाथी-घोड़े और ऊंट समेत कई तरह की झांकियां भी शामिल होगी. इस दौरान चांदी के रथ के आस-पास इत्र की वर्षा होती रही. दोपहर 12 बजे शुरू हुई यह शोभायात्रा मंडफिया नगर के विभिन्न इलाकों से होती हुई साँवलिया सरोवर पहुंचेंगी जहां ठाकुरजी को जल में झुलाया जायेगा और विशेष आरती होगी.रात 8 बजे मन्दिर परिसर में वापस शोभायात्रा के आने पर भव्य आतिशबाजी की जाएगी.

रात को विभिन्न स्टेज पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा. मेले के अवसर पर मन्दिर में विशेष फूल सज्जा की गई हैं. इस दौरान वाहनों के लिए अलग-अलग जगहों पर पार्किंग सुविधा रहेगी. मन्दिर मण्डल प्रशासन की ओर से पुलिस के अलावा अतिरिक्त सिक्युरिटी गार्ड भी लगाएं गए हैं. आईए हम आपको दिखाते हैं चांदी का वह रथ जो 450 किलो चांदी से बना हुआ हैं जिससे भक्त अपने हाथों से खींचेंगे और ठाकुर जी को सरोवर तक ले जाएंगे जहां उनका जल विहार करवाएंगे.

Advertisements
Advertisement