चंदौली : अलीनगर थाना क्षेत्र की शिक्षिका सेजल शर्मा की मौत ने समाज को झकझोर कर रख दिया है. शादी के महज 40 दिन बाद ही दहेज की प्रताड़ना के चलते इस आत्मनिर्भर और शिक्षित नवविवाहिता की जिंदगी समाप्त हो गई. परिजनों ने इसे आत्महत्या नहीं, बल्कि साजिशन हत्या बताया है.
8 मार्च 2025 को सेजल की शादी जौनपुर के पिलकीछा निवासी शैलेश शर्मा से हुई थी. परिवार ने बेटी के विवाह में अपनी सामर्थ्य से अधिक खर्च किया. लेकिन शादी के कुछ ही दिनों बाद ससुराल पक्ष द्वारा दहेज के लिए प्रताड़ित किए जाने की शिकायतें सामने आने लगीं. परिजनों का कहना है कि सेजल ने खुद अपने माता-पिता को इस प्रताड़ना के बारे में बताया था.
17 अप्रैल को परिजनों को सूचना मिली कि सेजल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. लेकिन सेजल के पिता का आरोप है कि उनकी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती. पोस्टमार्टम रिपोर्ट और शव पर चोट के निशान इस संदेह को और गहरा करते हैं.
परिजनों ने शैलेश शर्मा समेत ससुराल के 6 लोगों के खिलाफ खुटहन थाने में मामला दर्ज कराया. हालांकि, FIR दर्ज कराने में भी पुलिस पर दबाव बनाने और मामले को कमजोर करने के आरोप लगे हैं.
सेजल के पिता संजय शर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और फांसी की सजा की मांग की है. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी जैसी आत्मनिर्भर लड़की आत्महत्या नहीं कर सकती, यह स्पष्ट रूप से एक सुनियोजित हत्या है.
सेजल शर्मा की मौत दहेज प्रताड़ना की कुप्रथा को उजागर करती है. यह घटना बताती है कि शिक्षित और आत्मनिर्भर होने के बावजूद दहेज लोभियों का लालच बेटियों की जिंदगी निगल रहा है.
अब सवाल उठता है कि क्या प्रशासन और सरकार दोषियों को सख्त सजा दिलाकर इस परिवार को न्याय दिला पाएंगे, या यह मामला भी अन्य घटनाओं की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा?