कोरबा में मानिकपुर पुलिस ने करीब छह माह से फरार ठगी के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उसने एक अन्य के साथ मिलकर एक मामले में सेटलमेंट कराने के नाम पर चार लाख रूपये लिए थे। जब पीड़ित परिवार ने काम नहीं होने पर रकम के लिए दबाव बनाया तो दो लाख लौटा दिए, शेष रकम को देने में आनाकानी कर रहा था। बहरहाल मामले में वैधानिक कार्रवाई उपरांत जेल दाखिल करा दिया है।
बताया जा रहा है कि हरदीबाजार थाना क्षेत्र में एक घटना घटित हुई थी, जिसमें एक युवक को आरोपी बनाया गया था। इसकी भनक तुलसीनगर गेरवाघाट में रहने वाले अरशद लारी जो खुद को कांग्रेसी नेता बताया करता था और उसके साथी लक्ष्मी सिंह को लग गई। उन्होंने आरोपी के परिजनों से संपर्क करना शुरू कर दिया। उनसे मुलाकात कर मामले में सेटलमेंट करा देने का आश्वासन दिया। इस दौरान खुद को एक राजनैतिक दल का नेता होने की बात कही। उन्होंने सेटलमेंट नही कराने पर अन्य मामले में भी फंसा देने की धमकी भी दी, जिससे युवक के परिजन रकम देने राजी हो गए। उन्होंने बातचीत के बाद चार लाख रूपए अरशद और उसके साथी को दे दिए, लेकिन बात नही बनी। जिससे युवक के परिजनों ने रकम के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया।
अरशद और उसके साथी ने दबाव बढ़ने पर दो लाख रूपए तो दे दिए, लेकिन शेष रकम लौटाने में आनाकानी करने लगे। जिसकी शिकायत मधु निराला ने नवंबर 2023 में कर दी। मामला थाना पहुंचते ही आरोपी फरार हो गए। पुलिस उनकी लगातार तलाश कर रही थी ।
एएसई अमर जायसवाल ने बताया कि करीब छह माह बाद पुलिस ने अरशद को गिरफ्तार कर लिया। मामले में धारा 388, 420, 34 के तहत कार्रवाई करते हुए आरोपी को ज्यूडिसियल रिमांड पर भेज दिया गया है।