Vayam Bharat

नमक को रंगकर खाद के रूप में बेचने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के फरार आरोपी गिरफ्तार

कांकेर। कांकेर जिले में कृषि विभाग द्वारा दो जुलाई को पखांजूर में ट्रक क्रमांक RG 11 GB 9189 से बरामद खाद का परीक्षण पश्चात खाद नकली होना पाये जाने पर थाना पखांजूर में अपराध पंजीबद्ध किया गया था. जिसमें दो आरोपियों अनिमेश घरामी निवासी पीव्ही 23 लखनपुर तथा ट्रांसपोर्टर उस्मान खान निवासी राजस्थान की गिरफ्तारी की गई थी.

Advertisement

जिसके बाद थाना पखांजूर की टीम प्रकरण की विवेचना हेतु राजस्थान भेजी गई थी. विवेचना में यह तथ्य सामने आया. कि बरामद अमानक खाद नावा सिटी राजस्थान से परिवहन कर छत्तीसगढ़ लाया गया था। विवेचना के दौरान नमक को रंगकर उसे खाद की बोरी में भरकर खाद के रूप में विक्रय करने वाले गिरोह का भण्डाफोड़ हुआ. इस गिरोह में जैन केम फूड नावा सिटी के मालिक विनोद कुमार जैन, विनय कुमार जैन और उपकार जैन निवासी नावा सिटी जिला डीडवाना राजस्थान अधिक मुनाफे के लिए अपनी फैक्ट्री में नमक को रंगीन बनाकर नकली पोटाश खाद के रूप में तैयार किया जाता था.

शिवकृष्ण गुर्जर और ओमप्रकाश भदाना निवासी जयपुर राजस्थान, जैन केम फूड फैक्ट्री में इंडियन पोटास लिमिटेड हाईटैक बायोटैकनोलाजी लिखा हुआ (प्रिंटेड) बारदाना (बोरा) पहुँचाते थे.जिसमें इस नकली पोटाश खाद की पैकेजिंग की जाती थी. शिवकृष्ण गुर्जर और ओमप्रकाश भदाना इस नकली खाद की मार्केटिंग करते थे. और अपनी पार्टनरशिप फर्म ओपीएस किसान एग्रोकेयर प्रा०लि० के बिल के द्वारा विक्रय कर ट्रांसपोर्टर दौलत सिंह निवासी नावा सिटी राजस्थान की ट्रक में लोड करवाकर विभिन्न राज्यो के विक्रेताओं को भेजते थे. पखांजूर थाना की पुलिस टीम ने नावा सिटी राजस्थान से अपराध में शमिल चार आरोपियों विनोद कुमार जैन,विनय कुमार जैन, उपकार जैन और दौलत सिंह को गिरफ्तार कर 7/9/2024 को जेल भेजा गया था.

प्रकरण के अन्य आरोपी शिवकृष्ण गुर्जर और ओमप्रकाश भदाना फरार चल रहे थे जिनकी गिरफ्तारी हेतु उपनिरीक्षक रामचन्द्र साहू के नेतृत्व में टीम राजस्थान भेजी गई थी. पुलिस टीम ने फरार आरोपियों के निवास ग्राम सुरगढ़ जिला गंगापुर सिटी में दबिश दी.पुलिस को देखकर दोनो आरोपी भागने लगे जिनका 2 किलोमीटर तक पीछा करते हुए उन्हें पुलिस टीम ने धर दबोचा.

राजस्थान जाकर आरोपियों की गिरफ्तारी में उपनिरीक्षक रामचन्द्र साहू, आरक्षकगण जोसेफ बड़ा, राजेंद्र माहेश्वरी और डोमेस्वर यामले की महत्वपूर्ण भूमिका रही. राजस्थान पुलिस का भी सरायनीय सहयोग प्राप्त हुआ.

Advertisements