जबलपुर में करोड़ो के धान घोटाले का फरार मुख्य आरोपी गिरफ्तार,11 थानों में दर्ज हैं धोखाधड़ी के मामले

 

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जबलपुर: जिले के बहुचर्चित करोड़ों रुपये के धान घोटाले के मास्टरमाइंड और फरार चल रहे प्रभारी जिला प्रबंधक दिलीप किरार को पुलिस ने छतरपुर से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी की गिरफ्तारी पर कुल 74 हजार का इनाम घोषित था। पुलिस और प्रशासन के लिए यह बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि दिलीप किरार पिछले लंबे समय से पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था और अनेक थानों में उसके खिलाफ धोखाधड़ी के गंभीर प्रकरण दर्ज थे.

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11 थानों की सीमाओं में किया करोड़ों का घोटाला-
आरोपी दिलीप किरार पर आरोप है कि उसने जबलपुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों पाटन, कुण्डम, सिहोरा, मझगवां, मझोली, कटंगी, गोसलपुर, भेड़ाघाट, पनागर, बेलखेड़ा, बरेला और गोराबाजार में धान उपार्जन केंद्रों के माध्यम से बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा कर करोड़ों रुपए का गबन किया. दिलीप किरार पूरे घोटाले का मास्टर माइंड बताया जा रहा है। उसकी मिलीभगत से कई फर्जी खरीद-बिक्री, काल्पनिक किसान और नकली भुगतान दर्शाए गए थे.

 

रिमांड पर लेकर हो रही पूछताछ, अन्य आरोपी अब भी फरार-
इस मामले में पुलिस ने पहले ही गंधर्व सिंह, पंकज प्रधान और संतोष कुमार शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, कई अन्य आरोपी अब भी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। दिलीप किरार को छतरपुर के खटीक मोहल्ला से गिरफ्तार किया गया और उसे न्यायालय में पेश कर पाटन थाना पुलिस ने रिमांड पर लिया, जहां उससे पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों की संलिप्तता सामने आने की संभावना जताई जा रही है.

संयुक्त कार्रवाई से मिली सफलता-
इस कार्रवाई को अंजाम देने में थाना पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच का अच्छा तालमेल सामने आया. टीआई पाटन गोपिन्द्र सिंह राजपूत एवं अपराध शाखा प्रभारी टीआई शैलेश मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस और क्राइम ब्रांच के साथ एएसआई क्राइम ब्रांच संतोष पांडे, कपूर सिंह साइबर सेल आरक्षक आशुतोष बघेल, जयप्रकाश, रूपेश, प्रधान आरक्षक अमित पटेल, चौकी प्रभारी: निरीक्षक विपिन तिवारी, आरक्षक: जितेन्द्र राउत, अरविंद सूर्यवंशी की सराहनीय भूमिका रही.

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