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आरोपियों को फांसी की सजा होनी चाहिए… तिरुपति लड्डू मामले में गिरिराज सिंह ने की CBI जांच की मांग

Tirupati Laddu Controversy Row: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को विश्व प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. तिरुपति लड्डू बनाने में कथित तौर पर घटिया सामग्री और पशु चर्बी के कथित इस्तेमाल करने का आरोप है. आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने गुरुवार को दावा किया कि गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला से मिलावट की पुष्टि हो गई है.

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गिरिराज सिंह ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए. साथ ही एजेंसी को यह पता लगाना चाहिए कि टीटीडी (तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम), जिसकी संपदा 20,000 करोड़ रुपये है. उसकी ओर से प्रसादम बनाने के लिए घी खरीदने पर कितना खर्च किया है? ताकी इस मामले में सब कुछ स्पष्ट हो सके.

 

‘इसके मुख्य दोषी को फांसी की सजा होनी चाहिए’

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि यह सिर्फ घोटाला नहीं बल्कि हिंदू धर्म को नष्ट करने की साजिश भी है. उन्होंने इस साजिश में शामिल होने के लिए वाईएसआर कांग्रेस पार्टी पर भी सवाल उठाया है. गिरिराज सिंह का कहना है कि वाईएसआर कांग्रेस ने हिंदुओं को ईसाई बनाने का सबसे बड़ा काम किया था.

उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी द्वारा हिंदू धर्म को भ्रष्ट करने की कोई साजिश तो नहीं है. बीजेपी नेता ने कहा कि, ‘इसलिए इसकी सजा कोई मिलावटी सजा नहीं होनी चाहिए… बल्कि जो लोग इसके मुख्य दोषी हैं उनको फांसी की सजा होनी चाहिए.

टीडीपी ने एक रिपोर्ट के जरिए इसकी पुष्टि की थी

टीडीपी के प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कथित प्रयोगशाला रिपोर्ट दिखाई, जिसमें दिए गए घी के नमूने में गोमांस की चर्बी की मौजूदगी की पुष्टि की गई थी. कथित प्रयोगशाला रिपोर्ट में नमूनों में लार्ड (सूअर की चर्बी) और मछली के तेल की मौजूदगी का भी दावा किया गया है. नमूने लिए जाने की तारीख 9 जुलाई, 2024 थी और प्रयोगशाला की रिपोर्ट 16 जुलाई की थी.

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