हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने आरोप लगाया है कि हरियाणा चुनाव में प्रशासन ने उन्हें हरवाने की कोशिश की और उनकी जान लेने की साजिश रची गई. उन्होंने एक कार्यक्रम में यह दावा किया. हरियाणा विधानसभा चुनाव में अनिल विज अंबाला कैंट सीट से सिर्फ 7277 वोटों के अंतर से चुनाव जीते थे.
‘…ताकि चुनाव बर्बाद हो जाए’
एक कार्यक्रम में शामिल हुए अनिल विज ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों पर कहा, ‘प्रशासन ने सारा जोर लगाया कि अनिल विज हार जाएं. प्रशासन मुझे हराना चाहता था. प्रशासन ने यह किसके कहने पर किया वो जांच का विषय है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं कोई सीधा आरोप नहीं लगा रहा… कोशिश की गई कि खून खराबा हो जाए. अनिल विज की जान चली जाए ताकि चुनाव बर्बाद हो जाए.’
सिर्फ 7277 वोटों से जीता चुनाव
हरियाणा चुनाव में बीजेपी के कद्दावर नेता और कई बार मंत्री रह चुके 71 साल के अनिल विज की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी. अनिज विज ने 7277 वोटों से जीत दर्ज की थी. कांग्रेस ने यहां से परविंदर सिंह परी को टिकट देकर मैदान में उतारा था जो कुमारी शैलजा के करीबी हैं.
अनिल विज ने किया था CM पद का दावा
हरियाणा में बीजेपी के चुनाव जीतने से पहले ही मतदान के बीच अनिल विज ने मुख्यमंत्री बनने का दावा कर दिया था. उन्होंने कहा था कि सरकार तो बीजेपी की ही बनेगी और मुख्यमंत्री वही बनेगा जिसे पार्टी चाहेगी. अगर पार्टी मुझे चाहेगी तो अगली मुलाकात आपसे मुख्यमंत्री आवास पर होगी… मैं पार्टी में सभी से सीनियर हूं.