श्योपुर : श्योपुर में एक एम्बुलेंस चालक द्वारा सवारियों को ढोने की घटना सामने आई है, जिसके बाद पुलिस ने चालानी कार्रवाई की. यह घटना श्योपुर जिला अस्पताल के पास नायरा पेट्रोल पंप के पास हुई.बताया जा रहा है कि जिला कलेक्टर अर्पित वर्मा अपने कार्यालय लौटते समय श्योपुर के इस इलाके में भ्रमण कर रहे थे, तभी उनकी नजर एक एम्बुलेंस पर पड़ी. एम्बुलेंस चालक सवारियों से पैसे की लेन-देन कर रहा था, जो कि पूरी तरह से नियमों के खिलाफ था.
कलेक्टर अर्पित वर्मा ने देखा कि एम्बुलेंस चालक सवारियों को अवैध रूप से ढो रहा था और उनसे पैसे ले रहा था.इस दृश्य को देख कलेक्टर ने तुरंत एसडीएम मनोज गढ़वाल और सीएमएचओ डॉ. दिलीप सिकरवार को सूचित किया और निर्देश दिया कि वे मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करें. जब एसडीएम और सीएमएचओ मौके पर पहुंचे, तो वे भी यह देखकर हैरान रह गए कि एक एम्बुलेंस चालक किस तरह नियमों का उल्लंघन कर रहा था.
इसके बाद, एसडीएम मनोज गढ़वाल और सीएमएचओ डॉ. दिलीप सिकरवार ने इस मामले को कोतवाली थाने में रिपोर्ट किया. दोनों अधिकारियों की शिकायत पर पुलिस ने एम्बुलेंस चालक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे 5 हजार रुपये का जुर्माना लगाया. एम्बुलेंस चालक दिनेश पुत्र राजाराम तोमर, निवासी मुरैना के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धारा 66 और 192A के तहत मामला दर्ज किया गया, क्योंकि उसने बिना परमिट के वाहन चलाया था.
कोतवाली थाने में पदस्थ एसआई कमलेंद्र सिंह कुशवाहा ने बताया कि इस मामले में आरोपित एम्बुलेंस चालक के खिलाफ जुर्माना कार्रवाई की गई है और उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत सजा दी जाएगी.
हालांकि, जब इस मामले पर अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए एसडीएम मनोज गढ़वाल और सीएमएचओ डॉ. दिलीप सिकरवार से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कॉल का जवाब नहीं दिया. इससे सवाल उठ रहे हैं कि जब संबंधित अधिकारी पत्रकारों के सवालों का जवाब नहीं देंगे, तो जानकारी कैसे दी जाएगी. ऐसे में जिला कलेक्टर को इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए और संबंधित अधिकारियों की लापरवाही पर भी संज्ञान लेना चाहिए.