10 महीने महतारी वंदन की राशि आई. जुलाई महीने की महतारी वंदन योजना की राशि नहीं आई. इसके बारे में जब पूछने गई तो बताया गया कि दयावती साहू मर चुकी है.” ये बात खुद महतारी वंदन योजना की हितग्राही महिला दयावती साहू ने बताया.
बेमेतरा जिले में प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना महतारी वंदन योजना में बड़ी लापरवाही सामने आई है. महतारी वंदन योजना की हितग्राही जीवित महिला को मृत घोषित करके महतारी वंदन योजना की राशि रोक दी गई है. मामले में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी कर्मचारी अपना दामन बचाने एक दूसरे पर मामला थोपने में लगे है.
जीवित महिला को मृत बताकर रोक दी महतारी वंदन की राशि: पूरा मामला बेमेतरा नगर पालिका वार्ड क्रमांक 14 का है. जहां पात्र हितग्राही महिला दयावती साहू को महतारी वंदन योजना के तहत 10 महीने से राशि मिल रही थी. जुलाई महीने में जब महतारी वंदन योजना के 1000 रुपये नहीं आए तो महिला ने विभाग में पता किया. जहां से उसे जानकारी मिली कि उसे मृत घोषित कर दिया गया है. जिसके बाद महिला महतारी वंदन की राशि के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रही है. महिला ने अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की है.
कांग्रेस का आरोप: बेमेतरा शहर कांग्रेस के अध्यक्ष सुमन गोस्वामी ने कहा “छत्तीसगढ़ सरकार जिस योजना को लेकर प्रदेश में महिमा मंडन का कार्य कर रही है, सबसे बुरी हालत उसी योजना की है. बेमेतरा में जीवित महिला को मृत बताकर राशि रोक दिया गया है. महिला जीवित हूं बताने दर दर भटक रही है.” कांग्रेस नेता ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
बेमेतरा नगर पालिका के अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि इस संबंध में महिला एवं बाल विकास विभाग के संबंधित अधिकारी कर्मचारी की लापरवाही है. इसकी जांच होनी चाहिए.
अनुशंसा पत्र के बाद जारी होगी राशि: वहीं बेमेतरा महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी मनीष सिसोदिया ने कहा कि संबंधित क्षेत्र के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की गलती से ऐसा हुआ है. इसके लिए अनुशंसा पत्र राज्य शासन को भेजा जा रहा है. इसके बाद महिला को राशि मिलनी शुरू हो जाएगी.