सुपौल में खत्म हुआ शिक्षकों के बीच भय का माहौल, चार दिन बाद विद्यालय में शुरू हुई पढ़ाई

सुपौल: जिले के छातापुर प्रखंड क्षेत्र स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय गिरिधरपट्टी का संचालन गुरुवार से शुरू हो गया है.

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रसोइया की मौत के बाद बीते 13 अप्रैल से बंद विद्यालय का संचालन शुरू होने से शिक्षा विभाग ने राहत की सांस ली है. वहीं छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों में खुशी व्याप्त है.

विद्यालय संचालन शुरू होने के पहले दिन विद्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. श्रद्धांजलि सभा में मृतका रसोइया अमला देवी के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया. वहीं उनके आत्मा की शांति हेतु दो मिनट का मौन धारण किया गया. श्रद्धांजलि सभा में बीआरपी एमडीएम विनोद कुमार राम, प्रभारी प्रधानाध्यापक अजय कुमार सिंह के अलावे सभी शिक्षक-शिक्षिका, रसोइया, दिवंगत रसोइया के पति धर्मदेव उरांव सहित अन्य स्वजन, अभिभावक व छात्र-छात्रा शामिल हुए.

एमडीएम बीआरपी ने बताया कि, गुरुवार से विद्यालय में पठन पाठन कार्य एवं मध्याह्न भोजन का संचालन शुरू कर दिया गया है. भयाक्रांत शिक्षक व छात्रों के साथ बैठकर मध्याह्न भोजन किया गया ताकि विद्यालय में व्याप्त भय के माहौल को खत्म कर स्थिति सामान्य हो सके. मालूम हो कि 40 वर्षीय अमला देवी विद्यालय में रसोइया के पद पर कार्यरत थी.पांच अप्रैल को एमडीएम बनाने के दौरान गैस चूल्हा का पाइप फट गया. जिससे उसके पत्नी के शरीर में आग लगने से वह झुलस गई. आनन-फानन में उसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल से बेहतर इलाज के लिए उसे रेफर कर दिया गया. 13 अप्रैल को इलाज में लापरवाही के कारण उसकी मौत हो गई. रसोइया की मौत के बाद स्वजन व ग्रामीणों ने एनएच जाम कर बवाल काटा था.

इस मामले में विद्यालय प्रधान के विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज करवाई थी. परंतु विद्यालय के डरे-सहमे शिक्षक बीआरसी में डेरा डाले हुए थे. मौत से उपजे आक्रोश के कारण 13 अप्रैल से विद्यालय का संचालन बंद था. अब गुरुवार से विद्यालय का संचालन शुरू कर दिया गया.

 

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