महाराष्ट्र के लातूर में क्रेडिट कार्ड पर लिए हुए कर्ज के बाद बैंक कर्मचारियों ने एक युवक पर कर्ज वापस लौटने को लेकर दबाव बनाया, जिसके बाद परेशान युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृत युवक का नाम सुशील दिलीप बोलसुरे है, जो लातूर जिले के निलंगा तहसील में आने वाले सिंदखेड गांव का रहने वाला है.
सुशील पुणे के एक होटल में वेटर का काम करता था. इस दौरान उसने एस.बी.आई बैंक के क्रेडिट कार्ड पर 1 लाख 27000 रुपये का कर्ज लिया था. लेकिन कर्ज वापस ना लौटाने के कारण एसबीआई बैंक के कर्मचारियों की ओर से सुशील को फोन कर कर्ज लौटाने का दबाव बनाया जा रहा था.
हर रोज बैंक की ओर से आता था कॉल
हर रोज बैंक की ओर से आ रहे कॉल्स की वजह से सुशील परेशान रहता था. सुशील द्वारा लिए हुए कर्ज की जानकारी उसके दोस्तों को भी पता चल गई थी, जिससे अपने दोस्तों के बीच हो रही बदनामी के कारण वो मानसिक दबाव में था. इस बीच वो पुणे से लातूर अपने सिंदखेड गांव त्यौहार मनाने आया था. लेकिन गांव आने के बाद भी बैंक की ओर से लिए गए कर्ज को चुकाने को लेकर आने वाले फोन बंद नहीं हुए. जिस कारण सुशील ने परेशान होकर 6 जनवरी को एक खेत में जाकर पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए निलंगा शहर के सरकारी अस्पताल में भेज दिया. फिलहाल इस घटना को लेकर निलंगा शहर पुलिस ने एक्सीडेंटल डेथ का FIR दर्ज किया है. वहीं इस मामले में आगे की जांच चल रही है.