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हाई सिक्योरिटी… कमरे में ठेकेदार, पत्नी और बेटे का शव, हत्या-आत्महत्या में उलझी पुलिस

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक दिल दहलाने वाली वारदात हुई है. यहां 12 बीघा कॉलोनी में रहने वाले एक सरकारी ठेकेदार और उनकी पत्नी तथा बेटे का शव उनके ही घर में मिला है. आशंका है कि ठेकेदार ने पहले बेटे और पत्नी को गोली मारी. इसके बाद उन्होंने खुद को भी गोली मारकर सुसाइड कर लिया है. हालांकि मौके पर मिले वारदात के पैटर्न को देखकर यह पूरा मामला संदिग्ध नजर आ रहा है. ऐसे हालात में ग्वालियर पुलिस हत्या और आत्महत्या के बीच उलझ कर रह गई है. फिलहाल पुलिस ने फॉरेंसिक टीम के साथ मिलकर मामले की जांच शुरू की है.

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पुलिस के मुताबिक इस घटना में मृत ठेकेदार की पहचान नरेंद्र सिंह चौहान (47), उनके बेटे आदित्य (22) और पत्नी सीमा चौहान (42) के रूप में हुई है. प्राथमिक जांच के बाद पुलिस ने आशंका जताई कि नरेंद्र सिंह चौहान ने पहले अपने बेटे को गोली मारी और फिर पत्नी को. इन दोनों की मौत के बाद उन्होंने खुद को गोली मार लिया. प्राथमिक जांच में पता चला है कि यह सुसाइड एवं मर्डर की वारदात सहमति से हुई है. दरअसल नरेंद्र सिंह चौहान की पत्नी सीमा की हथेली पर लिखा एक सुसाइड नोट भी मिला है. इसमें उन्होंने अपने भाई को इस घटना का जिम्मेदार बताया है.

साले से चल रहा था विवाद

सरकारी ठेकेदार नरेंद्र सिंह चौहान ग्वालियर नगर निगम और पीडब्ल्यूडी में ठेकेदारी करते थे और बीते कई सालों से उनकी ठेकेदारी बहुत अच्छी चल रही थी. पिछले दिनों उन्होंने नगर निगम में करोड़ों का काम कराया था, लेकिन ऐन वक्त पर उनके साले से झगड़ा हो गया और उसने नगर निगम से लेकर मुख्यमंत्री तक को शिकायत दे दी. इसकी वजह से इस काम का भुगतान रुक गया. इसकी वजह से वह थोड़े परेशान भी थे. इस बात को लेकर दोनों में झगड़ा भी हुआ था. सीमा के हाथ पर लिखे सुसाइड नोट को भी यदि सही माने तो वह भी यही कहानी कहती है.

हाई सिक्योरिटी घर में रहते थे ठेकेदार

ठेकेदार नरेंद्र सिंह चौहान हाई सिक्योरिटी घर में रहते थे. वह और उनका परिवार के लोग ऊपर के फ्लोर पर रहते थे. ग्राउंड फ्लोर से इस फ्लोर में आने के लिए पासवर्ड प्रोटेक्टेड हाई सिक्योरिटी दरवाजे लगे थे. इसकी वजह से घर के नौकर को भी बिना अनुमति ऊपर आने की अनुमति नहीं थी. मंगलवार की रात को उनके घर में 10 साल से खाना बनाते आ रहा नौकर संतोष अपने समय से गया और बुधवार को सुबह 10 बजे वापस काम पर आ गया. उसने ग्राउंड फ्लोर से ऊपर आने के लिए कई बार बेल बजाया, फोन किया, लेकिन जब कोई रिस्पांस नहीं मिला तो उसने नरेंद्र चौहान की बहन को सूचना दी. इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई और फिर दरवाजा तोड़ा गया तो यह मंजर सामने आया.

ये हैं झोल

पुलिस के मुताबिक सीमा के हाथ पर सुसाइड नोट लिखा हुआ है. इसमें उसने घटना के लिए अपने भाई को जिम्मेदार बताया है, लेकिन जिस तरह से सीमा को गोली लगी है, जाहिर होता है कि उसने खुद सुसाइड नहीं किया है, बल्कि उसकी हत्या हुई है. यही नहीं, जिस प्रकार से सुसाइड नोट लिखा है, उस तरह से कोई आदमी खुद नहीं लिख सकता. ऐसे में यह भी एक सवाल है कि यह नोट किसने लिखा? इसी प्रकार वारदात में रायफल का इस्तेमाल हुआ है. रायफल के खोखे भी मिले हैं. ऐसे में यदि मान भी लिया जाए कि नरेंद्र ने पत्नी बेटे की हत्या के बाद खुद को गोली मारी है तो वह भी थ्यौरी ठीक नहीं बैठती. इसकी वजह यह है कि रायफल की नाल लंबी होती है और जिस तरह से नरेंद्र सिंह को गोली लगी है, वह उनके खुद के रायफल से नहीं लग सकती.

 

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