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27 साल पहले अचानक गायब हुआ लड़का पड़ोसी के घर मिला, किस तरकीब से बनाए रखा बंधक, जानकर चौंक जाएंगे

कभी-कभी कुछ ऐसी घटनाएं सामने आ जाती हैं, जो लोगों को हैरान-परेशान कर देती हैं. ऐसी ही एक घटना आजकल काफी चर्चा में है. दरअसल, अल्जीरिया में कई साल पहले एक लड़का अचानक गायब हो गया था, लोग उसे भूल भी चुके थे, लेकिन सालों बाद वह एक ऐसी जगह पर मिला, जिसके बारे में शायद ही किसी ने सोचा भी होगा. इस लड़के का नाम उमर बिन ओमरान है. वह तब गायब हुआ था, साल 1998 में जब वह महज 17 साल का था तो अल्जीरिया के जेल्फा में अपने घर से गायब हो गया था.

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ऑडिटी सेंट्रल नामक वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में वह अपने पड़ोसी के तहखाने में मिला है और वो भी जिंदा. उस पड़ोसी का घर उसके घर से मात्र 200 मीटर की दूरी पर है. वह जब गायब हुआ था तब अल्जीरिया में गृह युद्ध चल रहा था, चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ था. ऐसे में काफी ढूंढने के बाद भी जब वह नहीं मिला तो उसके परिवार और दोस्तों को लगा कि शायद वह युद्ध के दौरान मारा गया या शायद उसका अपहरण हो गया, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि उस समय संघर्ष के दौरान करीब दो लाख लोग मारे गए थे और 20 हजार के करीब लोगों का अपहरण हो गया था.

यूं हुआ मामले का खुलासा

रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ समय तक ढूंढने के बाद पुलिस अधिकारियों ने भी उसकी तलाश बंद कर दी, लेकिन उसकी मां को उम्मीद थी कि उसका बेटा अभी भी जिंदा है, पर दुर्भाग्य से साल 2013 में उसकी भी मौत हो गई. अब परिवार में ऐसा कोई भी नहीं बचा था, जिसे उम्मीद थी कि उमर अभी भी जिंदा है, पर हाल ही में उमर के एक पड़ोसी के भाई ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला था, जिसमें उसने दावा किया कि उसका भाई उमर के अपहरण में शामिल था. दरअसल, दोनों भाइयों में संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था, ऐसे में एक भाई ने दूसरे की पोल खोल दी, ताकि उसे गिरफ्तार करवाया जा सके.

पुलिस ने आरोपी को धर दबोचा

इधर उमर के रिश्तेदारों ने जैसे ही सोशल मीडिया पर पोस्ट देखी, उन्होंने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और फिर पुलिस ने उस संदिग्ध पड़ोसी के घर की तलाशी ली. तलाशी के दौरान पुलिस ने पाया कि उमर एक तहखाने में छोटे से सेल के अंदर बंद था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस की छापेमारी के दौरान आरोपी ने भागने की कोशिश की, लेकिन उसे पकड़ लिया गया. डॉक्टरों में बताया कि सालों तक सेल के अंदर बंद रहने की वजह से उमर शारीरिक और मानसिक दोनों समस्याओं से पीड़ित हो चुका था. हालांकि उसने पुलिस को इतना जरूर बताया कि वह अपने परिवार के लोगों को रास्ते से गुजरते हुए देखता था, पर मदद के लिए पुकार नहीं पाता था. युवक ने बताया कि उनके पड़ोसी ने उन्हें बंधक बना के रखा था. पड़ोसी ने उन्हें हिप्नोटाइज कर दिया था. इस वजह से सालों पड़ोस में रहने के बाद भी वह मदद के लिए किसी को आवाज नहीं दे सके.

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