शादी करना एक लड़का और लड़की के लिए पूरी जिंदगी का सबसे बड़ा फैसला होता है. लोग सोच-समझकर ही अपना जीवनसाथी चुनते हैं. लेकिन कई बार जीवनसाथी चुनने में धोखा भी हो जाता है. ठीक ऐसा ही एक मामला बिहार के पूर्वी चंपारण से सामने आया है. यहां दुल्हन से दूल्हा पक्ष ने एक सच छुपाया था. लेकिन वरमाल के बाद दुल्हन को दूल्हे पर शक हुआ. उसने दूल्हे को एक ऐसा टास्क दिया, जिससे सच सबके सामने आ जाए.
बस फिर क्या था. दूल्हा उस टास्क को पूरा न कर पाया. दुल्हन ने फिर कहा- मैं तुमसे शादी नहीं करूंगी. बारात वापस ले जाओ. यह सुनकर हर कोई हैरान रह गया. दुल्हन को मनाने की तमाम कोशिशें की गईं. लेकिन वो अपने फैसले से टस से मस न हुई. इसके बाद खूब हंगामा हुआ. दुल्हन पक्ष ने दूल्हे समेत बारातियों को बंधक बना लिया. पुलिस ने फिर आकर सभी को आजाद करवाया. उसके बाद थक हारकर दूल्हा बारात को खाली हाथ वापस ले गया.
मामला भूराखाल गांव का है. घोड़ासहन के कदमवा गांव से प्रमोद पासवान के बेटे लवकुश कुमार की बारात बुधवार को यहां दुल्हनिया के घर पहुंची. गाजे-बाजे के साथ आई बारात का धूमधाम से स्वागत किया गया. जयमाल के दौरान ही दुल्हन को दूल्हे पर कुछ शक सा होने लगा. उसे लगा कि दूल्हा शायद अनपढ़ है. लेकिन इस सच को सबसे सामने कैसे लाया जाए? बस फिर क्या था, जैसे ही सात फेरे लेने के लिए दूल्हा मंडप पर बैठा तो दुल्हन बोली- तुम इन रुपयों के मेरे सामने गिनकर दिखाओ.
दूल्हा बदलने का आरोप लगाया
दुल्हन की बात सुन सभी हक्का-बक्का रह गए. बोले- ये क्या कर रही हो? दुल्हन बोली- मुझे शक है कि दूल्हा अनपढ़ है. अगर ये बात गलत है तो नोट गिनकर दिखाए. दूल्हा ऐसा नहीं कर पाया तो उसका सच सबके सामने आ गया. वाकई दूल्हा अनपढ़ निकला. दुल्हन मंडप से उठी और बोली- ऐसे अनपढ़ दूल्हे से मैं शादी नहीं करूंगी. हमसे सच छिपाया गया था. कहा था कि दूल्हा पढ़ा लिखा है. मगर ये तो चंद नोटों की गिनती भी नहीं कर पाया. यही नहीं दुल्हन ने ये भी कहा- दूल्हा बदला गया है. जिस दूल्हे की तस्वीर हमें दिखाई गई थी, वो ये है ही नहीं.
दूल्हे के परिवार को बंधक बनाया
इसके बाद शादी समारोह में भारी हंगामा मच गया. इसके बाद लड़की वालों ने दूल्हा और उसके परिवार वालों को बंधक बना लिया. पताही थाना पुलिस को इसकी सूचना गुरुवार दोपहर को मिली. थानाध्यक्ष विनीत कुमार दलबल के साथ दुल्हन के घर भूराखाल पहुंचे. पुलिस ने बीच-बचाव कर दूल्हे और उसके परिजन को मुक्त कराकर उसके घर भेज दिया. यह मामला अब क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है.