छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में महानदी पर बना पुल जर्जर हो गया है। चारामा ब्लॉक के हाराडुला मार्ग पर बना पुल ढहने के कगार पर है। पानी के दबाव से पुल भी हिल रहा है। ग्रामीणों की सूचना पर जिला कलेक्टर ने 28 जुलाई को संयुक्त टीम बनाकर निरीक्षण के लिए भेजा।
जानकारी के मुताबिक, इस टीम में कार्यपालन अभियंता, लोक निर्माण विभाग और सेतु निर्माण संभाग कांकेर के अधिकारी शामिल थे। निरीक्षण में पाया गया कि बाढ़ के कारण 428.18 मीटर लंबे जलमग्न बॉक्स टाइप पुल के 8 यूनिट क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इससे अन्य यूनिट भी प्रभावित और कमजोर हो गए हैं।
अधिक बारिश से पुल कमजोर
पुल की स्थिति को देखते हुए इस पर आवागमन बंद करा दिया गया है। गांव वालों का कहना है कि लगातार अधिक बारिश से पुल कमजोर हो गया है। पुल के बह जाने का खतरा भी बना हुआ है। कलेक्टर के आदेशानुसार इस क्षतिग्रस्त पुल से भारी और हल्के सभी वाहनों का आवाजाही बंद कर दिया गया है।
पुल के पास जाने से लोगों को मनाही
अधिकारियों ने बताया कि इस पुल पर आवागमन जारी रहने से गंभीर दुर्घटना और जान-माल का नुकसान हो सकता है। यातायात और जान-माल की सुरक्षा के लिए आगामी आदेश तक आवाजाही बंद रखने का निर्देश दिया गया है।
जिला कलेक्टर ने 28 जुलाई को चारामा-हाराडुला मार्ग पर महानदी में स्थित पुल का आवाजाही बंद करने का आदेश जारी किया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है। इस जर्जर पुल के पास जाने के लिए लोगों को मना किया जा रहा है।
18 साल पहले हुआ निर्माण
बता दें कि इस पुल से रोजाना शासकीय कर्मचारी, हलवा नगरी, नरहरपुर जाने वाली वाहनों और अन्य ग्रामीण आना जाना करते थे। अब लोगों को चारामा से भिरोद-करीहा होते हुए अब 8 किलोमीटर ज्यादा दूरी तय करके जाना पड़ेगा। 18 साल पहले यानी 2007 में पुल का निर्माण हुआ था।