गुजरात के कच्छ जिले (Kutch) के अंजार तहसील में एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया. यहां हिंगोरजा कस्बे के पांच बच्चे रोज की तरह अपनी भैंसें चराने गए थे, लेकिन इस बार वे वापस नहीं लौट सके. तालाब में फंसी भैंस को निकालने के प्रयास में एक-एक कर पांचों बच्चे डूब गए और उनकी मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. पांच बच्चों की एक साथ मौत से पूरे गांव में मातम पसर गया, और परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा.
जानकारी के अनुसार, यह घटना सोमवार शाम की है. यहां गांव के 8 से 14 साल की उम्र के पांच बच्चे अपनी भैंसों को चराने के बाद घर लौट रहे थे, तभी एक भैंस तालाब में फंस गई. बच्चे उसे निकालने के लिए पानी में उतरे, लेकिन एक के बाद एक सभी डूब गए. इसके बाद परिजनों को जब तक इस घटना का पता चला, तब तक देर हो चुकी थी.
सूचना मिलते ही प्रशासन और बचाव दल मौके पर पहुंचे और तालाब में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. चार बच्चों के शव जल्दी बरामद कर लिए गए, लेकिन पांचवें बच्चे की तलाश में घंटों मशक्कत करनी पड़ी. देर रात उसका शव भी तालाब से निकाल लिया गया.
हिंगोरजा कस्बे के पांचों बच्चे एक ही परिवार से थे, जिनकी एक साथ मौत ने पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया. जब सभी का अंतिम संस्कार हुआ तो हर आंख नम थी. बच्चों के माता-पिता, रिश्तेदार और गांव के लोग गमगीन माहौल में उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए. पुलिस के अनुसार, यह सभी बच्चे गरीब परिवार से थे और रोजाना अपने मवेशियों को चराने के लिए जाते थे.