उत्तर प्रदेश के बरेली में रामनवमी शोभायात्रा में बुलडोजर रोकने पर जमकर हंगामे का मामला सामने आया है. पुलिस ने नई परंपरा बताकर इसे रोका तो लोग भड़क गए और हंगामा करने लगे. इसके बाद भाजपा जिलाध्यक्ष खुद बुलडोजर पर चढ़कर शोभायात्रा के आगे चलने लगे. इसी दौरान पुलिस को विवाद होने का डर था इसलिए उन्होंने शोभायात्रा में बुलडोजर के शामिल होने पर आपत्ति जताई थी.
बरेली के फरीदपुर में आदर्श रामलीला कमेटी की ओर से रामनवमी शोभायात्रा निकाली जाती है. इस बार भी कमेटी सोमवार को शोभायात्रा निकाल रही थी. इसी दौरान पुलिस ने बुलडोजर के यात्रा में शामिल होने पर आपत्ति जताई और फिर उसे रोक दिया. शोभायात्रा में कुछ लोग बुलडोजर पर सवार होकर निकले. यह देखकर पुलिस ने नई परंपरा बताकर उसे रोक दिया था. इसी बात से गुस्साए लोग पुलिस के खिलाफ स्टेशन रोड पर बैठ गए थे और सड़कों पर झांकियां खड़ी कर दी.
शोभायात्रा में बुलडोजर को लेकर हुआ विवाद
जिसके बाद कमेटी के लोगों और आंवला के भाजपा जिलाध्यक्ष आदेश प्रताप सिंह की पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक हो गई. पुलिस चाहती थी कि शोभायात्रा में बुलडोजर शामिल ना हो. वहीं, रामलीला कमेटी के सदस्य और भाजपा जिलाध्यक्ष बुलडोजर के शामिल होने की परमिशन पर अड़े हुए थे. काफी देर तक चले विवाद के बाद पुलिस को इस मामले में पीछे हटना पड़ा. बुलडोजर के शोभायात्रा में शामिल होने के बाद मामला शांत हुआ
जिलाध्यक्ष ने शोभायात्रा को दिखाई हरी झंडी
पुलिस ने नई परंपरा बताकर बुलडोजर के यात्रा में शामिल होने पर रोक दिया था. इसके बाद यात्रा बिना किसी विवाद के यात्रा पूरी की गई. शोभायात्रा को भाजपा जिलाध्यक्ष आदेश प्रताप सिंह ने सीएस इंटर कॉलेज ग्राउंड से हरी झंडी दिखाई थी. बुलडोजर के शोभायात्रा में शामिल होने की परमिशन मिलने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि वह खुद बुलडोजर सवार होकर शोभायात्रा के आगे चलेंगे. कोई भी विवाद नहीं होने देंगे. शोभायात्रा के दौरान भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई थी.