शहर के पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र में शनिवार तड़के एक रियल एस्टेट कारोबारी के अपहरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कारोबारी किसी तरह अपहरणकर्ताओं के चंगुल से निकलने में कामयाब रहा और थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
एसएसपी से शिकायत का शक में किया अपहरण
मामले की जांच में सामने आया है कि अपहरण की यह वारदात एसएसपी कार्यालय में शिकायत की आशंका को लेकर की गई। आरोपित गौतम सोना को शक था कि रियल एस्टेट कारोबारी करण गुप्ता ने उसके खिलाफ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है। इसी शक में उसने अपने साथियों के साथ मिलकर अपहरण की योजना रची।
तड़के चाय पीते समय हुआ अपहरण
जानकारी के अनुसार 14 जून की सुबह करीब 4 बजे रियल एस्टेट कारोबारी करण गुप्ता अपने दोस्त अंशुल तिवारी के साथ चरोदा हाइट्स आवासीय परिसर के पास एक ठेले पर चाय पी रहा था। उसी वक्त काली थार (सीजी 07 सीएम 8400) में सवार गौतम सोना तीन से चार युवकों के साथ वहां पहुंचा। उसने करण गुप्ता के पास जाकर सीधे कहा, एसएसपी से मेरी शिकायत करता है? और फिर गाली-गलौज कर उसे जबरन अपनी गाड़ी में बैठाकर रायपुर की ओर ले गया।
कार में की गई मारपीट, मौके से भाग निकला कारोबारी
शिकायत के मुताबिक, कार में आरोपियों ने करण गुप्ता से मारपीट की और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। मारपीट के दौरान करण ने चालाकी दिखाते हुए कार के गियर पर लात मार दी, जिससे गाड़ी अचानक रुक गई। इसी बीच पीछा कर रहा उसका साथी अंशुल वहां पहुंच गया। करण झट से कार से निकलकर अंशुल के साथ बाइक पर सवार होकर सीधे भिलाई-3 थाने पहुंचा और मामले की जानकारी दी।
अचानक अमीर होने से बढ़ा शक
पुलिस के मुताबिक, गौतम सोना पूर्व में एक निजी वाहन चालक था, जिसकी मासिक आय करीब 8 से 10 हजार रुपए थी। लेकिन पिछले दो वर्षों में उसकी आर्थिक स्थिति में तेज उछाल आया है। इसी को लेकर कुछ लोगों ने एसएसपी से शिकायत की थी कि उसकी संपत्ति और आमदनी की जांच की जाए। यही शिकायत उसकी नाराजगी की वजह बनी और उसने कारोबारी पर अपनी भड़ास निकालने की कोशिश की।
गौतम सोना सहित चार आरोपियों पर अपराध दर्ज
करण गुप्ता की शिकायत पर पुलिस ने गौतम सोना और उसके अन्य तीन से चार साथियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 138 (अपहरण), 296, 351(2), 3(5) और 115(2) के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि आरोपित फरार हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर छापेमारी की जा रही है। मामले में सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।