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‘भैया, लेने तो पड़ेंगे…’, दुकानदार शरमाते हुए मना करता रहा, मुख्यमंत्री ने अपने बटुए से निकालकर जबरदस्ती दिए लस्सी के पैसे

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने नीमच जिले की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान सादगी और आत्मीयता का परिचय दिया. एक गांव की दुकान पर रुककर उन्होंने लस्सी का स्वाद चखा और दुकानदार को 500 रुपए का नोट देकर उसकी मेहनत को सराहा. इस दौरान मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से मुलाकात की, उनकी समस्याएं सुनीं.

नीमच दौरे पर पहुंचे सीएम मोहन यादव अचानक अपना काफिला रुकवाकर एक छोटी-सी दुकान पर रुके और लस्सी पी. सीएम ने न केवल लस्सी और कचौरी की तारीफ की, बल्कि 500 रुपए का नोट देकर बाकी राशि अपने पास रखने को कहा. दुकानदार रमेश सेनी ने शरमाते हुए रुपए लेने से मना किया तो सीएम ने अपने बटुए से रुपए निकालते हुए आदेशात्मक लहजे में कहा- ”लस्सी के पैसे लेने तो पड़ेंगे…” और फिर उन्होंने दुकानदार को जबरदस्ती 500 रुपए का नोट पकड़ा दिया और बाकी की राशि वापस नहीं ली.

सीएम की इस सादगी और प्यार भरे अंदाज ने दुकानदार का दिल जीत लिया. मिष्ठान भंडार के मालिक ने कहा, “मैं यह मुलाकात कभी नहीं भूलूंगा.”

CM यादव ने बताया कि नीमच के इस गांव में पहली बार उन्होंने किसी दुकान पर लस्सी पी और इसका स्वाद उनके लिए खास रहा. उन्होंने कहा कि गांव की लस्सी और कचौरी का स्वाद शहरों में नहीं मिलता.

इस मौके पर विधायक दिलीप सिंह परिहार, जावद विधायक ओमप्रकाश सकलेचा और जिला पंचायत अध्यक्ष ममता मेवाड़ा भी मौजूद रहे और उन्होंने भी लस्सी का आनंद लिया. ग्रामीणों ने सीएम का गर्मजोशी से स्वागत किया और उनकी सादगी की जमकर तारीफ की.

सीएम यादव का यह दौरा नीमच के ग्रामीणों के लिए एक खास अनुभव बन गया. उनकी इस आत्मीयता ने न केवल दुकानदार रमेश सेनी, बल्कि पूरे गांव के लोगों का दिल जीत लिया. ग्रामीणों का कहना है कि सीएम का यह सादा और सरल व्यवहार उनके लिए प्रेरणा का स्रोत है. इस मुलाकात ने गांव में एक सकारात्मक माहौल बनाया और लोग इसे लंबे समय तक याद रखेंगे.

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